महाविद्यालय नैखरी में छात्र-छात्राओं को दिलाई हिमालय बचाओ की प्रतिज्ञा

नई टिहरी। राजकीय महाविद्यालय चन्द्रबदनी (नैखरी) टिहरी गढ़वाल के राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वय सेवी छात्र-छात्राओं सहित अन्य कक्षाओं के छात्र-छात्राओं ने प्रार्थना सभा में प्रभारी प्राचार्या डॉ०सुषमा चमोली की उपस्थिति में हिमालय बचाओ प्रतिज्ञा ग्रहण की।
इस मौके पर कार्यक्रम अधिकारी डॉ० प्रताप सिंह बिष्ट ने अपने संबोधन में बताया कि दुनिया हिमालय को अनेक नामों से जानती रही है। क्योकि प्राकृतिक लाभ के साथ-साथ अनेकलघु एवं वृहद उद्योग हिमालय से जुड़े हुए हैं। जिनका लाभ हिमालय के निकट क्षेत्र में रह रहे लोग जीवन-यापन लेकर करते है, तो दूसरी ओर विश्व के 10 राष्ट्र 1.9 अरब लोग किसी न किसी प्रकार हिमालय पर निर्भर है।
हिमालय को स्वच्छ रखने के साथ-साथ उसके प्रति संवेदनशील होना आवश्यक है। यदि हिमालय के साथ उसके संसाधनों का गलत दोहन किया गया तो भू-स्खलन, भूकम्प, बाढ़, ग्लेसरों का टूटना, बादलो का फटना आदि-आदि समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए सैलानियों या पर्यटकों सहित जिज्ञासुओं को हिमालय की गरिमा को देखते हुए हिमालयी क्षेत्र का भ्रमण करना चाहिए।
इस अवसर पर ‘हिमालय बचाओ प्रतिज्ञा’ लेते हुए जन-जन तक हिमालय की सेवा व सुरक्षा बढ़ाने का संकल्प लिया गया। कार्यक्रम में डॉ० आशुतोष जंगवाण, श्री आशुतोष कुमार, सुश्री अनुपमा फोनिया, सुश्री वंदना सिंह आदि उपस्थित रहे।