छात्रवृत्ति घोटाले के आरोपी विनोद कुलियाल ने किया सरेंडर
जीएनएस ब्यूरो
नई टिहरी। उत्तराखंड में छात्रवृत्ति घोटाले की आंच अभी तक कम नहीं हुई है। आज मंगलवार को छात्रवृत्ति घोटाले में वांछित चल रहे आरोपी विनोद कुमार कुलियाल ने टिहरी सीजेएम कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया। न्यायालय ने अभियुक्त को दो दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।
बता दें कि आरोपी कुलियाल कॉलेज के लिए बिचौलिए का काम किया था। याने फर्जी छात्रों के प्रमाणपत्र सत्यापित कर समाज कल्याण विभाग को दिए जिसके चलते सात लाख पचास हजार का घोटाला करना बताया गया।
सूत्रों के अनुसार पूर्णानंद डिग्री कालेज ऑफ टेक्निकल एजुकेशन मुनिकीरेती में हुए छात्रवृत्ति घोटाले में बिचौलिए का काम करने वाले आरोपी कुलियाल ने आज मंगलवार को टिहरी सीजेएम कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया है। आरोपी ने छात्रों को पैसों का लालच देकर 61 छात्रों के प्रमाण पत्र ले लिए, उसके बाद आरोपी ने कॉलेज के प्रिंसिपल की मुहर लगाई और स्वयं के हस्ताक्षर से प्रमाणपत्र सत्यापित कर समाज कल्याण विभाग को सौंपे थे। इस आधार पर समाज कल्याण विभाग ने 61 छात्रों को करीब सात लाख 50 हजार रुपये छात्रवृत्ति आवंटित कर दी थी।
बता दें कि छात्रवृत्ति घोटाले में कालेज की प्रिंसिपल को भी पहले ही जेल भेजा गया था। सहायक अभियोजन अधिकारी अनुराग वरुण और राजीव डोभाल ने बताया कि जांच में विनोद कुलियाल का नाम सामने आने के बाद से वह वांछित चल रहा था। घोटाले की एसआईटी जांच चल रही है। फाइनल जांच रिपोर्ट आने तक अदालत से समय मांगा गया है।
बता दें कि उत्तराखंड में छात्रवृत्ति घोटाले के बड़े बड़े आरोपी जेल की सलाखों के अंदर हैं, एसआईटी जांच में न जाने अभी कितने और घोटाले बाज सामने आते हैं यह समय के गर्त में है।