प्रभु श्रीराम के पदचिह्नों पर चलकर ही जीवन का हो सकता है उद्धार -स्वामी रसिक महाराज
रायवाला हरिद्वार। श्री रामलीला कमेटी हनुमान चौक प्रतीतनगर रायवाला द्वारा रामलीला मंच पर कराए जा रहे रामलीला के लक्ष्मण मेघनाथ सवांद लीला में मुख्य अतिथि धर्मगुरु नृसिंह पीठाधीश्वर स्वामी रसिक महाराज एवं उक्रांद के ऋषिकेश विधानसभा में घोषित प्रत्याशी उत्तराखण्ड ग्राम प्रधान सगंठन के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष श्री मोहन सिंह असवाल, नगर निगम ऋषिकेश की मेयर श्रीमती अनीता ममगांई, पूर्व राज्यमंत्री कृष्ण कुमार सिंगल , समाजसेवी शूरवीर पवांर, साध्वी माँ देवेश्वरी जी ने विधिविधान से प्रभु श्रीराम, लक्ष्मण व माता सीता की आरती उतारी।इस अवसर पर अपने सम्बोंधन में सन्त रसिक महाराज ने कहा कि हर वर्ष रामलीला का मंचन इसलिए किया जाता है कि समाज को याद बना रहे कि प्रभु श्रीराम का जीवन संघर्षशील रहा। उनके जीवन से लोग सीख लें। रामलीला के माध्यम से भाई, पिता व पत्नी के प्रति प्रभु श्रीराम का प्यार किस तरह था यह हमें याद दिलाता है। बुराई के प्रति अच्छाई कैसे होती है।मोहन सिंह असवाल ने कहा कि किस तरह प्रभु राम ने भगवान होते हुए भी साधारण मनुष्य का जीवन अपना कर पिता के आदेश पर 14 वर्ष का वनवास काटा। हमें उनकी लीला से कुछ न कुछ सीख मिलती है।रामलीला कमेटी के पदाधिकारियों ने अतिथियों को राम सीता का पीताम्बर भेंट किया। इस मौके पर आचार्य डाक्टर कैलाश घिल्डियाल, सुरेन्द्र विष्ट, आरती देवी, ए के सिहं, अजय साहू, गोपाल गिरी, पूरण मोधा, बहादुर सिंह एवं बड़ी संख्या में दर्शक उपस्थित रहे।