कीर्तन मंडली को सामान बांटने में भेदभाव का आरोप
देवप्रयाग। विकासखंड देवप्रयाग के अंतर्गत कुछ ग्राम प्रधानों ने क्षेत्रीय विधायक विनोद कंडारी पर आरोप लगाया है कि वह कीर्तन मंडली का सामान अपने नाम से अपनी मनपसंद की ग्राम सभाओं में वितरित कर रहे हैं, जबकि कुछ ग्राम सभाओं को छोड़ दिया गया है।
ग्राम प्रधान चपोली विक्रम सिंह पंवार ने बताया की विधायक जी द्वारा जो सामान कीर्तन मंडलियों को दिया जा रहा है वह सम्भवतः युवा कल्याण विभाग के द्वारा प्रदत्त है जिसे वह स्वयं बांट रहे हैं। आरोप लगाया कि कीर्तन मंडली का सामान मेरे बगल की ग्राम सभा में तो दिया गया लेकिन उनकी ग्राम सभा चपोली को छोड़ दिया गया है। उनकी ग्रामसभा के साथ ऐसा भेदभाव क्यों किया गया है यह उनकी समझ में नहीं आया है।
पंवार ने आशंका जताई की जिन ग्राम पंचायतों में कीर्तन मंडली का सामान बांटा गया है सम्भवतः वह युवा कल्याण विभाग के द्वारा दिया गया है जिसे विधायक जी अपने नाम से बांट रहे हैं। उन्होंने सभी ग्राम प्रधानों से अपील की है कि जिन जिन ग्राम सभाओं में विधायक द्वारा कीर्तन मंडली का सामान बांटा गया है उसकी जांच की जानी चाहिए कि वह उनके द्वारा स्वंय खरीदा गया है अथवा युवा कल्याण विभाग द्वारा दिया गया है। जिन-जिन ग्राम सभाओं में नहीं बंटा है उन्हें भी आवाज उठानी चाहिए।
कई जनप्रतिनिधियों ने आरोप लगाया कि आगामी 2022 विधानसभा चुनाव को देखते हुए क्षेत्रीय विधायक द्वारा कीर्तन मंडली का सामान खुद बांटकर लोगों को प्रलोभन दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जिन ग्राम सभाओं में कीर्तन मंडली का सामान नहीं पहुंचा है उन्हें एक जागरूक जनप्रतिनिधि होने के नाते यह जानने का अधिकार है कि उनकी ग्रामसभा के साथ भेदभाव क्यों किया जा रहा है।
” उधर युवा कल्याण विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि जिला योजना से पंजीकृत कीर्तन मण्डली के लिए बहुत ही कम बजट मिल पाता है। बजट के हिसाब से ही प्रत्येक ब्लॉक में 8- 9 या 10 पंजीकृत कीर्तन मंडली को ही दरी, ढोलक, चिमटा आदि सामान दिया जाता है। इससे अधिक के लिए विधायक निधि से भी यह सामान खरीदा जा सकता है।”