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मकर संक्रांति का पुण्य पर्व 14 जनवरी को, खरमास होगा समाप्त, मांगलिक कार्य होंगे प्रारंभ

मकर संक्रांति का पुण्य पर्व 14 जनवरी को, खरमास होगा समाप्त, मांगलिक कार्य होंगे प्रारंभ
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ऋषिकेश। सोशल मीडिया पर मकर संक्रांति के संबंध में भ्रांतियां आ रही हैं। कुछ लोगों का कहना है कि 14 जनवरी को तो कुछ लोगों का कहना है कि 15 जनवरी को संक्रांति का पुण्य पर्व रहेगा। इस पर उत्तराखंड ज्योतिष रत्न आचार्य डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल का बड़ा बयान आया है और उन्होंने स्पष्ट किया है कि मकर संक्रांति का पुण्य पर्व 14 जनवरी को ही रहेगा

जारी बयान में आचार्य घिल्डियाल ने स्पष्ट किया है कि 14 जनवरी को 16 घटी 39 पल पर सूर्य देव का धनु राशि से मकर राशि में गोचर हो रहा है जबकि दिनमान 25 – 47 का है। इसलिए सूर्यास्त से पूर्व ही सूर्य गोचर कर जाएंगे इसलिए पुण्य काल 14 जनवरी को ही होगा 15 जनवरी को किसी भी स्थिति में नहीं हो सकता है।

ज्योतिष में बड़े हस्ताक्षर डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल विश्लेषण करते हुए बताते हैं कि इस बार मकर संक्रांति शुक्रवार और द्वादशी तिथि पर पढ़ रही है और चंद्रमा अपनी उच्च वृषभ राशि में संचार कर रहे हैं और अपने प्रिय नक्षत्र रोहिणी में रहेंगे इसलिए एक विशिष्ट संयोग का निर्माण इस दिन हो रहा है। साथ ही वर्ष 1993 के बाद सूर्य और शनि का अद्भुत मिलन भी इस दिन हो रहा है जो पूरे राष्ट्र के लिए शुभ संकेत है।

सौर विज्ञानी आचार्य चंडी प्रसाद बताते हैं कि इस दिन से खरमास समाप्त हो जाएगा और रुके हुए तमाम शुभ कार्य मंगल कार्य प्रारंभ हो जाएंगे साथ ही राजनीति भी प्रभावित होगी सत्ता पक्ष को तमाम झंझट में रहना होगा कोर्ट कचहरी के मामले बढ़ेंगे।

4 राशियों के लिए अत्यंत शुभ संयोग

मंत्रों की ध्वनि को यंत्रों में परिवर्तित कर सभी समस्याओं का समाधान करने वाले आचार्य घिल्डियाल बताते हैं कि मेष मिथुन धनु और मीन राशि के जातकों के लिए यह संक्रांति का पर्व अत्यंत शुभ फलदायक है। जबकि अन्य राशियों के लिए सामान्य शुभ फलदायक रहेगा।

मेष राशि-  इस राशि के दशम कर्म स्थान में सूर्य और शनि का मिलन रहेगा। इससे करियर में अप्रत्याशित परिणाम मिलेंगे।

वृष राशि– इस राशि के जातकों के लिए स्थिति थोड़ी कष्टप्रद रहेगी। काले तिल और गुड़ का दान आवश्यक रूप से करें।

मिथुन राशि-  इस राशि के जातकों के लिए अष्टम भाव में सूर्य और शनि का मिलन रहेगा जिससे पिछली समस्याओं से छुटकारा मिलेगा।

कर्क राशि– दांपत्य जीवन में टकराव की स्थिति बनेगी। परिवार में विवाद की स्थिति रहेगी। काला कपड़ा साबुत उड़द का दान करें।

सिंह राशि– इस राशि के जातकों के लिए रोग और शत्रु स्थान में सूर्य और शनि का मिलन होने से पुराने रोगों से छुटकारा मिलेगा और तमाम समस्याएं खत्म होंगे।

कन्या राशि-  संतान से चिंता रोग और धन हानि के योग बन रहे हैं। सावधान रहें खिचड़ी का दान करें।

तुला राशि-  वाद विवाद की स्थिति बन सकती है। इसलिए टकराव न करें। लोहा काला कपड़ा और उड़द का दान करें।

वृश्चिक राशि- वृश्चिक राशि के लिए यह संक्रांति वरदान साबित होगी। तीसरे स्थान में सूर्य और शनि का मिलन पराक्रम में वृद्धि करेगा पिछली समस्याओं से छुटकारा मिलेगा।

धनु राशि- दूसरा स्थान में सूर्य और शनि का मिलन अत्यंत श्रेष्ठ फलदायक रहेगा। धन संबंधी चिंता दूर होगी। किसी को धन दिया है तो वह वापस मिलेगा। साबुत उड़द और गुड़ का दान करें।

मकर राशि- पिछले रोग फिर से सिर उठाएंगे शत्रुओं का भय रहेगा इसलिए खिचड़ी गुड और काला कपड़ा दान करें।

कुंभ राशि-  बारहवें भाव में सूर्य शनि का मिलन होने से खर्चे बढ़ेंगे। शत्रुओं का दबाव रहेगा परंतु आर्थिक स्थिति उत्तम रहेगी। भगवान शंकर का पूजन करें।

मीन राशि-  मीन राशि वालों के लिए यह संक्रांति बहुत अच्छी रहेगी। धन लाभ होगा, सम्मान की प्राप्ति होगी, पदोन्नति भी हो सकती है।

यहां यह विशेष रूप से उल्लेखनीय है कि उत्तराखंड ज्योतिष रत्न आचार्य डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल की भविष्यवाणियां एकदम सटीक साबित होती हैं। कुंडली हस्तरेखा और वास्तु शास्त्र के मर्मज्ञ आचार्य श्री का कहना है कि इस माघ मास में यदि पूर्ण वैदिक और वैज्ञानिक पद्धति से सर्व मनोरथ सिद्धि यंत्र विद्या षोडश यंत्र संतान बाधा निवारण यंत्र पति सुख बाधा निवारण यंत्र पत्नी सुख बाधा निवारण यंत्र और विशेष रूप से जिन लोगों की मारक ग्रह की दशा चल रही है उनके लिए मृत्युंजय शिव यंत्र बनाना वरदान साबित होगा। इसके लिए लोग समय पर संपर्क कर सकते हैं।

आचार्य का परिचय
नाम-आचार्य डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल
पब्लिक सर्विस कमीशन उत्तराखंड से चयनित प्रवक्ता संस्कृत।
निवास स्थान- 56 / 1 धर्मपुर देहरादून, उत्तराखंड। कैंप कार्यालय मकान नंबर सी 800 आईडीपीएल कॉलोनी वीरभद्र ऋषिकेश
मोबाइल नंबर-9411153845
उपलब्धियां
वर्ष 2015 में शिक्षा विभाग में प्रथम गवर्नर अवार्ड से सम्मानित वर्ष 2016 में लगातार सटीक भविष्यवाणियां करने पर उत्तराखंड के तत्कालीन मुख्यमंत्री हरीश रावत ने उत्तराखंड ज्योतिष रत्न सम्मान से सम्मानित किया वर्ष 2017 में त्रिवेंद्र सरकार ने दिया ज्योतिष विभूषण सम्मान। वर्ष 2013 में केदारनाथ आपदा की सबसे पहले भविष्यवाणी की थी। इसलिए 2015 से 2018 तक लगातार एक्सीलेंस अवार्ड प्राप्त हुआ शिक्षा एवं ज्योतिष क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्यों के लिए 5 सितंबर 2020 को प्रथम वर्चुअल टीचर्स राष्ट्रीय अवार्ड प्राप्त किया। मंत्रों की ध्वनि को यंत्रों में परिवर्तित कर लोगों की समस्त समस्याओं का हल करने की वजह से वर्ष 2019 में अमर उजाला की ओर से आयोजित ज्योतिष महासम्मेलन में ग्राफिक एरा में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने दिया ज्योतिष वैज्ञानिक सम्मान।


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Govind Pundir

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