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शिक्षा और संस्कृति के बिना जीवन अधूरा- प्रेमचंद अग्रवाल

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वित्त एवं शहरी विकास मंत्री ने किया पंचवटी का लोकार्पण

ऋषिकेश। राजकीय इंटरमीडिएट कॉलेज आईडीपीएल में आज प्रदेश के वित्त एवं शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने पंचवटी वाटिका का लोकार्पण किया।
शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास एवं विद्यालय प्रबंधन समिति के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि जिस क्षेत्र प्रदेश और देश की शिक्षा और संस्कृति नष्ट हो जाती है वह बहुत जल्दी गुलामी की तरफ बढ़ जाता है क्योंकि शिक्षा और संस्कृति ही किसी भी प्रदेश और देश और समाज की पहचान होती हैं और उनका संरक्षण बिना संस्कृत शिक्षा के नहीं हो सकता है।उन्होंने कहा कि वह उत्तराखंड विधानसभा में 2017 में पहले विधायक थे जिन्होंने संस्कृत में शपथ ग्रहण किया था और उनका अनुकरण कर इस समय कुछ अन्य लोगों ने भी संस्कृत में शपथ ग्रहण किया। उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष रहते संस्कृत शिक्षा उन्नयन समिति का गठन किया जिसके परिणाम धीरे-धीरे सामने आ रहे हैं।
विद्यालय के पुरातन छात्रों को सम्मान पत्र प्रदान करते हुए वित्त मंत्री ने कहा की पुरातन छात्र यदि विद्यालय का अतीत होते हैं तो वर्तमान छात्र उसका वर्तमान और उन दोनों के बीच वार्तालाप से जो निष्कर्ष निकालते हैं वह विद्यालय भविष्य का निर्धारण करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
उन्होंने विद्यालय परिवार द्वारा इस प्रकार की पहल की प्रशंसा की। साथ ही उन्होंने राजकीय इंटरमीडिएट कॉलेज आईडीपीएल की मांग पर उनके प्रार्थना स्थल पर बड़ा टीन सेट बनाकर देने की भी घोषणा की।
अतिथियों का स्वागत करते हुए विद्यालय के प्रधानाचार्य राजीव लोचन सिंह ने कहा उनका सौभाग्य है कि बड़े विद्यालय का प्रधानाचार्य होने के नाते उनका कर्तव्य पूरे क्षेत्र मैं जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में कार्य कर रही प्रतिभाओं को सम्मानित करने का है और उनके द्वारा अपने छात्र छात्राओं को शिक्षा प्रदान करना है।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए संस्कृत प्रवक्ता एवं विद्यालय प्रबंधन समिति के प्रभारी सचिव डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल ने कहा कि जिन छात्रों ने इस विद्यालय में शिक्षा ग्रहण की और आज वे देश के अच्छे नागरिक होने के नाते जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में कार्य कर रहे हैं उनमें से बहुत सारे डॉक्टर इंजीनियर आईएएस पीसीएस वकील व्यापारी वर्ग में हैं उन सब पर विद्यालय परिवार को गर्व है। उन्होंने कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के पैरा 37 में स्पष्ट उल्लेख है कि विद्यालय प्रबंधन समिति विद्यालय के प्रतिभा संपन्न पूर्व छात्रों को बुलाकर उनके द्वारा नवीन छात्रों का मार्ग दर्शन कराएं इस संख्या में विद्यालय द्वारा आयोजित यह कार्यक्रम मील का पत्थर साबित होगा
शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के प्रदेश संयोजक राजीव थपलियाल ने कहा कि उनका उद्देश्य शिक्षा के मंदिरों में संस्कारों के बीज रोपित करते हुए देश को संस्कारवान बनाने का है और इसके लिए उनका भाषा मंच भरपूर प्रयास कर रहा है।
कार्यक्रम को भाषा मंच के प्रांतीय संरक्षक जुगल किशोर सह संयोजक डॉ रतन लाल कौशिक भुवन चंद फुलारा डॉक्टर एसएन मिश्रा उर्फ पेड़ बाबा गोविंद ट्रस्ट के अध्यक्ष गोविंद शाह नमामि गंगे के प्रदेश संयोजक कपिल गुप्ता बाल कलाकार प्रभु भट्ट श्री भरत मंदिर इंटर कॉलेज के सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य डीबीपीएस रावत वर्तमान प्रधानाचार्य गोविंद सिंह रावत आयकर अधिकारी धर्म सिंह विद्यालय के पूर्व छात्र इंजीनियर आर पी एस चौहान स्वदेशी जागरण मंच के सुनील कुमार शर्मा डॉ हरिओम प्रसाद डॉ आदित्य डंगवाल आदि ने संबोधित किया। इस अवसर पर विद्यालय के समस्त शिक्षक कर्मचारी अभिभावक एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।


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