कई किमी पैदल चलकर आपदाग्रस्त गांव घेना पहुंचे डीएम डॉ गहरवार
नई टिहरी। जिलाधिकारी डॉ सौरभ गहरवार आज भी 15 किमी पैदल चलकर आपदा ग्रस्त गांव घेना पहुंचे और आपदा प्रबंधन का जायजा लिया। आपदाग्रस्त क्षेत्र ग्राम घेना में डीएम के साथ डीडीओ एवं अन्य अधिकारी भी साथ हैं और आपदा से हुए नुकसान का जायजा लिया जा रहा है।
उन्होंने घेना, संतेगल, दोंक, सिल्ला गांव, पातालगढ़ के सभी तोक आदि आपदाग्रस्त क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण कर अधिकारियों को दिये आवश्यक दिशा निर्देश। साथ ही पीएमजीएसवाई, आरडब्लूडी विभाग को सभी कार्यों का कल तक इस्टीमेट बनाने के निर्देश दिये।
वहीं गांव वालों से कहा कि बैठक कर छोटे-छोटे कार्य यथा गूल, पुश्ता, सम्पर्क मार्ग, पानी के टैंक, सुरक्षा दीवार आदि कार्यों के प्रस्ताव मनरेगा के अंतर्गत प्राथमिकता के आधार पर प्रस्तावित करें। जिलाधिकारी द्वारा गांव वासियों को आश्वासन दिया कि आपदा से क्षतिग्रस्त कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर मनरेगा, आपदा, अनटाईड फण्ड, 2 जिला योजना आदि से जल्द ठीक कर लिया जायेगा।
जिलाधिकारी ने सिल्ला गांव में पूर्ण सिंह पुत्र गोबर सिंह के आवासीय रास्ते की सुरक्षा दीवार का अपने सामने मेंजरमेंट करवाते हुए जिला विकास अधिकारी को मनरेगा के तहत एक सप्ताह के अन्तर्गत सेंक्सन करने के निर्देश दिये। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने पतालगढ़ में सोबन सिंह, लोकेन्द्र सिंह, राजेन्द्र सिंह, बच्चन सिंह तथा धनचूला में पंचम सिंह, सुरेश सिंह के आवासीय भवनों का निरीक्षण किया गया। वहीं पतालगढ़ में सूरत सिंह के खेत के पास पानी का खाला, धनचूला में रेतियाखाले नामे तोक का निरीक्षण कर मेजरमेंट करवाया गया। सतेंगल में भूकटाव के कारण गांववासियों द्वारा गांवों को विस्थापित करने की मांग की गई, इस पर जिलाधिकारी ने कहा कि भूगर्भीय अधिकारी को यहां पर जांच हेतु भेजा जाएगा तथा उनकी रिपोर्ट के आधार पर विस्थापित परिवारों के संबंध में शासन को प्रस्ताव भेजा जायेगा।
इस दौरान जिला विकास अधिकारी सुनील कुमार, पटवारी यशपाल, एएई आरडब्ल्यूडी बी.के. सैनी, सहायक अभियन्ता, पीएमजीएसवाई-2 टिहरी नरेन्द्र सिंह, एडीआईओ सूचना भजनी भण्डारी, प्रधान घेना अनिता देवी, प्रधान पतालगढ़ राजेश कैंतुरा, प्रधान सतेंगल दिनेश राणा, क्षेत्र पंचायत सदस्य सरिता रावत आदि मौजूद रहे।