90 साल की हुई वायुसेना
- 80 सैन्य विमान और हेलीकॉप्टर लेंगे फ्लाईपास्ट में हिस्सा
- चंडीगढ़ में वायुसेना दिवस की धूम
चंडीगढ़, 8 अक्टूबर 2022। देश आज शनिवार को अपना 90वां वायुसेना दिवस मना रहा है। चंडीगढ़ में पहली बार वायुसेना दिवस मनाया जारहा है। चंड़ीगढ़ की सुप्रसिद्ध सुकना लेक के आसमान में वायुसेना की ताकत का नजारा सबके सामने आएगा। वायुसेना के मुताबिक, फ्लाई पास्ट दोपहर 2.45 से शुरू होकर 4.44 यानी करीब-करीब पूरे दो घंटे चलेगा।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह हवाई शो को देखने के लिये सुकना झील में मौजूद रहेंगे। राष्ट्रपति फ्लाई पास्ट के अवसर पर मुख्य अतिथि होंगी। एयर शो से पहले आज वायुसेना अड्डे पर औपचारिक परेड होगी। परेड का निरीक्षण एयर चीफ मार्शल वी आर चौधरी करेंगे।
इस मौके पर वायु सेनाध्यक्ष एयर फोर्स की नई कॉम्बेट यूनिफॉर्म भी जारी करेंगे जैसा कि इस साल थल सेना दिवस पर सेना की नई वर्दी जारी की गई थी।
बताते चलें कि इस बार वायुसेना दिवस फ्लाई पास्ट में करीब 80 सैन्य विमान और हेलीकॉप्टर हिस्सा लेंगे। हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टर (एलसीएच) प्रचंड, हल्के लड़ाकू विमान (एलसीए) तेजस, सुखोई, मिग-29, जगुआर, राफेल, आईएल-76, सी-130जे, हॉक, हेलीकॉप्टरों में हल्के हेलीकॉप्टर ध्रुव, चिनूक, अपाचे और एमआई-17 फ्लाई पास्ट का हिस्सा होंगे।
आपको बता दें कि देश के स्वतंत्र होने से पहले वायुसेना को रॉयल इंडियन एयरफोर्स (आरआईएएफ) कहा जाता था। भारतीय वायुसेना की स्थापना 8 अक्टूबर 1932 में की गई थी। इसके बाद 1 अप्रैल 1933 को वायुसेना का पहला दस्ता बना जिसमें 6 आएएफ-ट्रेंड ऑफिसर और 19 हवाई सिपाहियों को शामिल किया गया था। आजादी के बाद वायुसेना के नाम में से “रॉयल” शब्द को हटाकर सिर्फ इंडियन एयरफोर्स कर दिया गया था।