श्रीमद् भागवत कथा सुनने मात्र से ही जीवन धन्य हो जाता है-डॉ दुर्गेश आचार्य जी महाराज
टिहरी गढ़वाल 10 नवंबर 2022। श्रीमद् भागवत कथा मात्र सुनने से ही जीवन धन्य हो जाता है। चौरासी लाख योनि के बाद मानव जीवन मिलता है। इस जीवन का अपना एक महत्व है। हमें इस जीवन को धन्य बनाने के लिए ज्ञान, धर्म, अध्यात्म और सत्कर्म करना चाहिए। मानव जीवन बार-बार नहीं मिलता है ।
विकासखंड प्रताप नगर के पट्टी उपली रमोली मुखमाल गांव में जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राकेश राणा के परिवार द्वारा आयोजित श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ में हिमालय के संत डॉ दुर्गेश आचार्य जी महाराज ने कथा के दौरान यह बात कही।
श्रीमद् भागवत कथा के पूर्व कलश यात्रा मुखमाल गाँव से नागनी माता मंदिर सिलोड़ा तक गांव के सभी देवता, सेमनागराज भगवान का ढोल दमाऊं हुनियानाग देवता नागनी माता की डोली सहित टिहरी परिवार के प्रतिनिधि ठाकुर भवानी प्रताप साह ,ब्लाक प्रमुख प्रदीप चंद रमोला, प्रधान अनिता देवी, मुखमाल गाँव की प्रधान श्रीमती मीना देवी ,कुल पुरोहित बेदप्रकाश भट्ट डॉक्टर धीरेंद्र महर, प्रधान सुरेंद्र पवार, जयपाल चौहान ,महावीर राणा,रमेश पवार बद्री सिंह पवार सहित बड़ी संख्या श्रद्धालु शामिल हुए।
आज कथा में ,सोन्दी गांव के लोग बड़ी संख्या में उपस्थित हुए।