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“एनिमल टैक्सोनॉमी पर हैंड्स ऑन ट्रेनिंग” सर्टिफिकेट कोर्स हेतु ऋषिकेश कैम्पस की 7 छात्राओं का चयन

“एनिमल टैक्सोनॉमी पर हैंड्स ऑन ट्रेनिंग” सर्टिफिकेट कोर्स हेतु ऋषिकेश कैम्पस की 7 छात्राओं का चयन
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ऋषिकेश 18 जनवरी। श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय के ऋषिकेश कैंपस की 7 छात्राओं का” एनिमल टैक्सोनॉमी पर हैंड्स ऑन ट्रेनिंग” सर्टिफिकेट कोर्स हेतु चयन हुआ है।

इस अवसर पर श्री देव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर महावीर सिंह रावत ने चयनित छात्राओं अंशिका, मानसी अदिति, कुमकुम ,साक्षी ,प्रियंका कुशवाहा एवं प्रियंका राणा को उपरोक्त कार्यक्रम में चयन हेतु बधाई दी।

उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम उत्तराखंड के स्नातक एवं स्नातकोत्तर स्तर के छात्र छात्राओं हेतु आयोजित किया गया है, तथा यह कार्यक्रम निशुल्क है ,और सीमित सीटें होने के कारण इस में भाग लेना गर्व की बात है I इस कोर्स का उद्देश्य देश के विज्ञान विषयक रिसर्च को प्रयोगशाला से बाहर समाज तक पहुंचाना है, तथा देश के जैव संसाधनों को अच्छे प्रकार से टैक्सोनॉमी के माध्यम से वर्गीकृत करना सीखना है।

जंतु विज्ञान विभाग की प्रोफेसर (डॉ) स्मिता बडोला ने जानकारी देते हुए कहा कि उत्तराखंड विज्ञान शिक्षा और अनुसंधान केंद्र (USERC) एवं जूलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (ZSI), देहरादून के संयुक्त तत्वाधान में दिनांक 16 जनवरी से 23 जनवरी 2023 तक यूसर्क द्वारा “Hands on Training on Animal Taxonomy” विषय पर एक सप्ताह का प्रशिक्षण ( सर्टिफिकेट कोर्स ) आयोजित किया जा रहा है।

यूसर्क द्वारा इस तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रम विद्यार्थियों के लिए विभिन्न विषयों पर विभिन्न संस्थानों के साथ मिलकर आयोजित किए जा रहे हैं। “एनिमल टैक्सोनोमी विषय पर हैंड्स ऑन ट्रेनिंग प्रशिक्षण”विषय से संबंधित इस में सर्टिफिकेट कोर्स कैंपस की सात छात्राओं का चयन हुआ है ।

इस प्रशिक्षण में तकनीकी सत्रों के साथ-साथ प्रशिक्षणार्थियों को फील्ड विजिट भी करवाया जाएगा I इस कार्यक्रम में वरिष्ठ वैज्ञानिकों के साथ-साथ विषय विशेषज्ञों के व्याख्यान आयोजित किए जा रहे हैं I प्रशिक्षणार्थियों को जेड एस आई की प्रयोगशालाओं एवं म्यूजियम आदि का भ्रमण करवाया जा रहा है I प्रशिक्षण के दौरान जंतुओं के विभिन्न प्रकार के लक्षणों के आधार पर वर्गीकरण , एवं वर्गिकी के सिद्धांत के बारे में बताया जाएगा I इसके साथ जंतुओं की विविधता एवं फैमिली के बारे में बताया जाएगा I आणविक वर्गीकरण तथा जैव रसायन विज्ञान एवं वर्गीकरण के बारे में व्याख्यान होंगे I ट्रेनिंग के दौरान फील्ड में जाकर जंतुओं का संग्रह एवं प्रयोगशाला में संकलन एवं उनकी पहचान एवं लेबलिंग , जंतुओं को पहचानने तथा विश्लेषण में प्रयुक्त होने वाले उपकरणों की जानकारी दी जाएगी I

इस कार्यक्रम के अंतर्गत वेटलैंड इकोसिस्टम की फील्ड ट्रिप एक्सरसाइज भी करवाई जाएगी I इस प्रकार कार्यक्रम में जंतुओं के वर्गीकरण के प्राचीन एवं आधुनिक तरीकों के बारे में छात्राओं को वैज्ञानिकों द्वारा प्रशिक्षित किया जाएगा।


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Garhninad Desk

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