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भलु लागो छे हमारू पहाड… की रंगारंग प्रस्तुति के साथ बंड मेला सम्पन्न

भलु लागो छे हमारू पहाड… की रंगारंग प्रस्तुति के साथ बंड मेला सम्पन्न
भलु लागो छे हमारू पहाड… की रंगारंग प्रस्तुति के साथ बंड मेला सम्पन्न
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कुलबीर बिष्ट * गद निनाद समाचार

  • बंड मेले के अंतिम दिन खुशी व गोविन्द के गीतों पर खूब झूमे कौथिगैर
  • अगथला बना बाॅलीबाल का चैम्पियन
  • अंतिम दिन विभिन्न पुरूस्कारों का वितरण

पीपलकोटी,  27 दिसम्बर 2019

सात दिवसीय बण्ड मेले के अन्तिम दिन कुमाउनी लोक गायिका खुशी जोशी और गोविन्द दिगारी की जुगलबन्दी ने मेले में दर्शकों को झूमने को मजबूर कर दिया। है। सांस्कृतिक कार्यक्रम की शुरूआत गायक गोेविंद दिगारी नें मां भगवती की स्तुति से की गयी। इस दौरान पूरा बंड मेला मां भगवतीमय हो गया। खुशी जोशी ने ‘हाय ककडी झीले माॅं..लोण पिसी सिले मा, हाय तेरू रूमाल गुलाबी मुखडी… गीत के जरिये महिलाओं की सुन्दरता व श्रंगार की प्रशंसा कर खूब तालियां बटोरी।

सांस्कृतिक कार्यक्रमों में खूब झूमे दर्शक

वहीं दो देशों के बीच रोटी बेटी के सम्बन्ध को चरितार्थ करते हुए काली गंगा को कालू पाणी…गीत प्रस्तुत कर पहाड के पानी की महता को बतलाया। काली गंगा कु कालु पाणी.., सरग तारा जुन्याली रात कु सुणोलु तेरी मेरी बात….,द्यूरा मोहन तेरू केएमयू व्हे गाडी……, लाली ओ लाली हौंसिया पदानी लाली तिलै दारू बोला,,,.गीत प्रस्तुति किया गया तो पाण्डाल में मौजूद हर कौथिगैर झूमने को मजबूर हो गया। जबकि न्यौली गीत गाकर कुमाऊॅ की लोक संस्कृति की झलक दिखलाई। गौरख्या चलि मागुली…नैनीताल की माधुली हिट मेरा दगड्य, दयूरा मोहना तेरू जीएमओ वे गाडी…. गीत में एक बार फिर से पूरा बण्ड मेला झूम उठा। 

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गोविन्द दिगारी की पहाड छूटीगे..पलायन पर चोट

वहीं गोविन्द दिगारी ने पहाड छूटीगे घर बार छूटिगे….गीत के जरिये पहाडों से हो रहे बदस्तूर पलायन और उसकी पीडा को उकेरा, जबकि सन्देशे आते हैं हमें तडपाते हैं… के जरिये चैबीस घण्टे शरहदों की हिफाजत कर रहे जांबाज सैनिकों के घर से दूर रहने पर चीट्ठी मिलने से घर की याद को उकेरा। मेले की अन्तिम संध्या और मेले का समापन खुशी जोशी और गोविन्द दिगारी व उनकी पूरी टीम द्वारा बृज की शानदार फूलों की होली से किया।

सँस्कृति विभाग की शानदार प्रस्तुति    

बंड मेले की षष्टम व अन्तिम सांस्कृतिक संध्या में संस्कृति विभाग की टीम ने भी शानदार प्रस्त्तुतियां दी। लोक गायक दीपक (छोटे प्रीतम) ने नृसिंह जागर से की तो पूरा बण्ड मेला पंडाल जागरमय हो उठा तो उसके बाद सरूली मेरू जिय लगी गे..टूटी-टूटी एैगे धार मा के ज्यून….के बाद एक के बाद एक प्रस्तुति से  दर्शकों को देर रात्रि तक झूमने को मजबूर कर दिया।

मेले में बाल विकास का स्टाल प्रथम

मेले में लगाये गए 18 सरकारी स्टालों में बाल विकास विभाग प्रथम,उद्यान द्वितीय और कृषि विभाग तृतीय रहा।

मुख्य अतिथियों ने बांटे पुरस्कार

बंड मेले के अन्तिम दिन मुख्य अतिथि के रूप में सभी क्षेत्रीय प्रतिनिधियों और बुजुर्गो और बंड विकास संगठन के समस्त पदाधिकारियों नें दीप प्रज्वलित करके शुभारम्भ किया। जिसके बाद समस्त मुख्य अतिथियों नें मेले में विभिन्न कार्यक्रमों व प्रतियोगिताओं के विजेताओं को प्रशस्ति प्रमाण पत्र व पुरस्कार प्रदान किये। 

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“बंड मेले के छठे दिन लोक गायकों की रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियों पर झूमे दर्शक
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मेला समिति ने जताया आभार

इस अवसर पर संगठन के अध्यक्ष ने सभी विभागों, पुलिस प्रशासन व अन्य लोगों का धन्यवाद प्रकट किया इस अवसर पर संगठन के अध्यक्ष शम्भू प्रसाद सती, पूर्व अध्यक्ष अतुल शाह, महामंत्री हरिदर्शन रावत, कोषाध्यक्ष बिहारी लाल, पूर्व संरक्षक गजेंद्र राणा, दशोली ब्लाक प्रमुख विनिता देवी, बंड संगठन के पूर्व अध्यक्ष गोंविंद प्रसाद हटवाल, बंड मंदिर समिति के अध्यक्ष पूरण सिंह चैहान, मनोज कुमार, चेज हिमालय के विमल मलासी, भुवन लाल शाह, अब्बल सिंह नेगी, जगत सिंह नेगी, प्रकाश नेगी, सुरेन्द्र सिंह नेगी, किशन सिंह पुण्डीर, मीना बिष्ट, हुकम सिंह रावत, प्रदीप फरस्वाण, गुलाब सिंह, दिनेश लाल सहित कई लोग मौजूद थे।


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