विभिन्न संस्थानों के शिक्षक/छात्र प्रतिभागियों ने लिया लो-कॉस्ट टीचिंग ऐड का प्रशिक्षण
ऋषिकेश 29 सितंबर 2023। पंडित ललित मोहन शर्मा परिसर ऋषिकेश (श्री देव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय) के मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी विभाग में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संचार परिषद, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, भारत सरकार के उत्प्रेरण व स्पेक्स देहरदून के सहयोग से ग्रासरूट अवेयरनेस एंड टेक्निकल इंस्टीट्यूट फ़ॉर सोसाइटी (गति) के तत्वधान में “लो-कॉस्ट टीचिंग एड” पर आधारित कार्यशाला का शुभारंभ हुआ ।
उक्त कार्यशाला में बेकार सामान व कम लागत पर शिक्षण सामग्री बनाने व उसे विषयों सम्बंधित गतिविधियों के लिए उपकरण तैयार कर सीखे शिक्षण को रोचक बनाने की गुर ” एल टी एम बनाने व उनका विषय वार गतिविधियों में उपयोगी प्रदर्शन के उद्देश्य से दो दिवसीय जागरुकता एवं प्रभावशीलता पर प्रशिक्षण कार्यशाला का शुभारंभ किया गया।
कार्यशाला के प्रारंभ में सभी रिसोर्स पर्सन, मुख्य अतिथि कैंपस डायरेक्टर प्रोफेसर एम एस रावत, डीन साइंस प्रोफेसर जीके ढींगरा डॉ बृजमोहन शर्मा स्पेस सचिव द्वारा सामूहिक रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया ।
इसकी पश्चात डॉ ढींगरा ने सभी का स्वागत सभी अतिथियों का स्वागत औषधीय पौधा देकर किया व परिचय किया तथा प्रतिभागियों को कार्यशाला की महत्व बताई।
डॉ ब्रजमोहन शर्मा ने लो कॉस्ट टीचिंग ऐङ से शिक्षण सामग्री के बेहतरीन प्रयोग बताएं ।
परिसर के निदेशक प्रोफेसर रावत ने स्पेक्स संस्था व गति सोसायटी का धन्यवाद ज्ञापित किया जिनके कारण इस प्रकार की कार्यशाला का आयोजन करवाया जा रहा है।
इस प्रशिक्षण कार्यशाला में गति सोसाइटी के सचिव नीरज उनियाल द्वारा बताया गया कि इस दो दिवसीय कार्यशाला में भारत सरकार के मास्टर रिसोर्स पर्सन सुनीता सैनी,डॉ बृज मोहन शर्मा, राजपाल पांचाल, हेमलता तिवारी, नीरज उनियाल, श्रुति व्यास ने प्रतिभागियों को कार्यशालाओं में बहुत सी गतिविधियों को लर्निंग सामग्री द्वारा सीखाने का प्रयास किया जाएगा।
जिसमें मास्टर रिसोर्स पर्सन हेमलता तिवारी द्वारा हिंदी व अंग्रेजी भाषा से सम्बंधित गतिविधियाँ हेतु सहायक सामग्री प्रतिभागियों से तैयार करवाई गई व उन शिक्षण सहायक सामग्री के माध्यम से भाषा पर आधारित बहुत सी गतिविधियों को करवाया गया। कार्यशाला में सन्दर्भदाता व विषय विशेषज्ञों द्वारा विज्ञान विषय के प्रति प्रतिभागियों को जागरुक करते हुए विज्ञान के पीछे छिपे रहस्यों को उजागर करने का व्यवहारिक प्रशिक्षण इन कार्यशालाओं के माध्यम से दिया गया । प्रतिभागियों के संग वैज्ञानिक गतिविधियों को भी संझा किया गया है। कार्यक्रम में उपस्थित मास्टर रिसोर्स पर्सन ने विद्यार्थियों से विभिन्न वैज्ञानिक गतिविधियां भी सांझा की। उन्होंने बरनौली का सिद्धांत, सुई का पानी पर तैरना, साइफन, फोटो सिंथेसिस, न्यूटन का क्रिया प्रतिक्रिया का नियम, वायुदाब का नियम, कंपन, ध्वनि, घर्षण, गुरुत्वाकर्षण आदि वैज्ञानिक प्रयोगों को प्रदर्शन के मध्याम से दिखाया व उनके उपकरणों को बनाने की विज्ञानिक विधि को सभी के साथ सांझा किया। इसके पश्चात उन्होंने विद्यार्थियों से ग्रुप वार सभी प्रयोगों को बनाये गए उपकरणों व सहायक सामग्री के माध्यम से करवाया गया।
इस कार्यशाला में मॉडर्न इंस्टीट्यूट, ढालवाला, ओंमकारानंद इंस्टीट्यूट मुनिकीरेटी, दून इंस्टिट्यूट, श्यामपुर के B.Ed के छात्र छात्राएं एवं फैकल्टी ने प्रतिभाग किया।