टिहरी में धूमधाम से मनाई पहाड़ के गांधी इंद्रमणि बड़ोनी जयंती
न्यू टिहरी प्रेस क्लब की नई पहल
टिहरी गढ़वाल 24 दिसंबर। न्यू टिहरी प्रेस क्लब में स्वर्गीय इंद्रमणि बडोनी जी के 98वें जन्मदिन पर न्यू टिहरी प्रेस क्लब द्वारा आयोजित गोष्ठी में उत्तराखंड की दिशा और दिशा पर विभिन्न लोगों ने विचार विमर्श किया। गोष्ठी से पूर्व उनके चित्र पर अतिथियों द्वारा माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया गया।
द्वितीय सत्र में उत्तराखंड की दशा और दिशा पर आयोजित गोष्ठी के मुख्य अतिथि व मुख्य वक्ता वरिष्ठ पत्रकार व साहित्यकार सोमवारी लाल उनियाल ने कहा कि श्रेय और प्रेय की राजनीति में उलझकर ध्येय को भूल गए हैं। कहा कि राज्य तो बन गया है लेकिन ना तो राज्य की दिशा ही सही है और नहीं दशा। राज्य अपनी मूल भावना से भटक गया है। जिसके लिए संघर्ष करने की जरूरत है । उन्होंने कहा की अपनी विरासत को बचाने के लिए प्रयास करना चाहिए। इसके लिए हमें पुनः गांव की ओर लौटना पड़ेगा।
श्री उनियाल ने कहा कि जिस उत्तराखंड की कल्पना स्वर्गीय इंद्रमणि बडोनी जी ने की थी उसे धरातल पर उतारने में सरकार विफल रही है इसके लिए जनता को एक नया जनांदोलन छेड़ना पड़ेगा।
भागीरथी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अब्बल सिंह बिष्ट ने कहा उत्तराखंड में मूल निवास की धारणा को समाप्त करना बहुत ही गलत है । उन्होंने कहा कि अधिकारी स्तर पर इन सब नियमों को तोड़ा और मरोडा गया है। उत्तराखंड में प्रारंभ में अस्थाई मूल निवास की व्यवस्था बनाई गई थी जिसे बाद में अस्थाई निवास में तब्दील कर दिया गया जो की दुर्भाग्यपूर्ण है।
इस अवसर पर पूर्व राज्य मंत्री प्रवीण भंडारी ने कहा कि उत्तराखंड राज्य की ना तो दशा ठीक है और नहीं दिशा। उन्होंने कहा कि मूल निवास की अवधारणा को समाप्त करना राज्य के लोगों के अधिकारों पर कुठाराघात है ।
गोष्ठी में चर्चा करते हुए उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी मंच के जिला अध्यक्ष ज्योति भट्ट ने कहा कि राज्य में जो गरीब है वह और गरीब होते जा रहे हैं और कुछ चंद लोग ही इस राज्य में अपने मुताबिक ही नियम और कानून बना रहे हैं।
इस अवसर पर कवि और साहित्यकार सोमवारीलाल सकलानी ने उत्तराखंड राज्य में मची लूट पर अपनी कविता के माध्यम से कड़ी चोट की है। गोष्ठी में एक दर्जन से अधिक लोगों ने अपने सुझाव रखे, जिसमें अधिकांश लोगों ने इस बात पर चिंता प्रकट की।
उत्तराखंड राज्य की सांस्कृतिक विरासत को लुप्त करने का पूर्ण प्रयास सक्रिय है जिसके लिए एक नए आंदोलन की जरूरत है।
इस मौके पर नागरिक मंच के अध्यक्ष सुंदरलाल उनियाल, रिटायर्ड प्रधानाचार्य सोमवारी लाल सकलानी, प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष गोविंद बिष्ट, प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष विक्रम बिष्ट, हर्षमणी भट्ट ‘कमल’ , इसरार अहमद फारुखी आदि ने विचार व्यक्त किए।
कार्यक्रम में डॉ यू एस नेगी, सुंदर लाल उनियाल, कमल सिंह महर,किशोरी लाल चमोली, चण्डी प्रसाद डबराल, जगजीत नेगी, बार एसोसिएशन के अध्यक्ष जेपी पांडेय, सचिव महेंद्र बिष्ट, राजेंद्र चमोली, पूर्व अध्यक्ष गंगा प्रसाद थपलियाल , मुकेश रतूड़ी, विजय दास, राजेश ड्यून्डी, कृष्णस्वरूप डबराल, अब्बल रमोला, सूर्य रमोला, विजयपाल राणा रोशन थपलियाल, धनपाल गुनसोला, मधुसूदन बहुगुणा, सुरेन्द्र भट्ट आदि मौजूद रहे।
कार्यक्रम के प्रथम सत्र का संचालन प्रेस क्लब के महामंत्री गोविंद पुंडीर और गोष्ठी का संचालन विक्रम बिष्ट ने किया। अंत में प्रेस क्लब के अध्यक्ष शशि भूषण भट्ट ने अध्यक्षीय भाषण के साथ समापन की घोषणा की।