ब्रेकिंग न्यूज़ : हाथरस सत्संग हादसे में 100 से अधिक की मौत की सूचना, सीएम ने जांच के आदेश दिए
हाथरस, 2 जुलाई 2024 । हाथरस में सत्संग कार्यक्रम के दौरान हुए हादसे में 100 से अधिक लोगों के मारे जाने की सूचना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में इस घटना पर दुख व्यक्त किया और मृतकों के प्रति श्रद्धांजलि दी। सूत्रों के अनुसार हादसा हाथरस से 47 किलोमीटर दूर फुलरई गांव में हुआ। जहां नारायण साकार हरि का सत्संग चल रहा था।
पुलिस को मिली शुरुआती जानकारी के मुताबिक, सत्संग खत्म होने के बाद लोग हॉल से निकल रहे थे। पहले निकलने की होड़ में भगदड़ मच गई और लोग एक दूसरे पर आ गिरे जिससे ज्यादातर लोगों की मौत कुचले जाने से हुई। मृतकों में ज्यादातर महिलाएं, बुजुर्ग और बच्चे शामिल हैं। भगदड़ में 150 से ज्यादा लोग जख्मी होने की आशंका है।
मुख्य बिंदु:
- हादसे का समय: सत्संग खत्म होते ही यह हादसा हुआ, जिससे लोगों में हड़कंप मच गया।
- आयोजनकर्ता: सत्संग का आयोजन एक बाबा द्वारा किया गया था, जिन पर कई केस दर्ज हैं।
- सुरक्षा खामियां: आयोजन स्थल पर एंट्री और एग्जिट द्वार बहुत छोटे थे, जो हादसे का प्रमुख कारण बने।
- जांच और राहत: जिला प्रशासन मामले की जांच कर रहा है और घायलों को अस्पताल पहुंचाया जा रहा है।
- मृतकों की पुष्टि: जिलाधिकारी ने अब तक 70 मौतों की पुष्टि की है।
- सरकारी सहायता: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता की घोषणा की है।
- जांच समिति: एक उच्च स्तरीय समिति मामले की जांच करेगी। कार्यक्रम आयोजकों के खिलाफ FIR दर्ज की जाएगी और कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
- CM की निगरानी: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना का संज्ञान लिया है और मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने जिला प्रशासन को राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं।
मुख्य सचिव मनोज सिंह और डीजीपी प्रशांत कुमार घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं। मौके पर पहुंचे एटा सीएमओ उमेश त्रिपाठी ने बताया कि 47 शव एटा लाए गए हैं, जिनमें 30 महिलाएं और 17 पुरुष शामिल हैं। बाकी शव सीएचसी सिंकदराराऊ में हैं, जहां करीब 150 से ज्यादा लोग भर्ती हैं। शवों के पंचनामा की प्रक्रिया चल रही है और पोस्टमॉर्टम किया जा रहा है।