नई टिहरी आई.एच.एम. घोटाला: बर्खास्त निदेशक को 39 लाख से अधिक की वसूली का नोटिस जारी
टिहरी गढ़वाल, 5 जुलाई। आई.एच.एम. नई टिहरी में भ्रष्टाचार का भंडाफोड़। तत्कालीन निदेशक यशपाल सिंह नेगी के खिलाफ 39,50,575 रुपये और अन्य वित्तीय लाभों की वसूली का नोटिस जारी। नेगी पर फर्जी डिग्री, वित्तीय अनियमितताओं और कर्मचारियों के उत्पीड़न के आरोप लगे हैं, जिसके चलते उन्हें सेवा से मुक्त कर दिया गया है।
यशपाल सिंह नेगी, जिन्हें 7 सितंबर 2015 को एसोसिएट प्रोफेसर के रूप में नियुक्त किया गया था और 2016 में निदेशक/प्राचार्य (संविदा) के रूप में पदोन्नति मिली थी, अब कानूनी शिकंजे में हैं। उन पर फर्जी पीएचडी डिग्री का दावा करने, निदेशक/प्राचार्य पद के लिए गलत जानकारी देने, बायोमेट्रिक उपस्थिति न दर्ज करने, अनुपस्थिति में मैनुअल उपस्थिति पंजिका में हस्ताक्षर करने, और सहायक प्रोफेसर हितेश रमोला के खाते में 49,800 रुपये का अवैध हस्तांतरण करने जैसे गंभीर आरोप हैं।
पर्यटन निदेशालय की जांच समिति ने नेगी को दोषी पाया और उनकी सेवाएं समाप्त कर दीं। जिलाधिकारी टिहरी को भी नेगी की नियुक्ति के बारे में सूचित किया गया। अब, तहसील प्रशासन ने नेगी को नोटिस जारी कर नियत तिथि पर पेश होने का आदेश दिया है, अन्यथा आगे की कार्रवाई की धमकी दी है।
यह प्रकरण शिक्षा और प्रशासनिक जगत में भूचाल ला सकता है। नेगी के खिलाफ की गई कार्रवाई और उन पर लगे आरोपों ने सबको चौंका दिया है। अब देखना यह है कि नेगी इस गंभीर स्थिति का सामना कैसे करेंगे और प्रशासन इस मामले में आगे क्या कदम उठाएगा।