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टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड द्वारा ‘जलविद्युत क्षमता के दोहन’ पर सफल लहर कॉन्क्लेव का आयोजन

टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड द्वारा ‘जलविद्युत क्षमता के दोहन’ पर सफल लहर कॉन्क्लेव का आयोजन
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ऋषिकेश, 19 जुलाई 2024। टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड, देश के विद्युत क्षेत्र के अग्रणी सार्वजनिक उपक्रम, ने अपने कॉर्पोरेट कार्यालय, ऋषिकेश में लहर कॉन्क्लेव (लार्ज हाइड्रो एक्टिव रीच आउट), 2024 का सफलतापूर्वक आयोजन किया। इस कॉन्क्लेव ने भारत के जलविद्युत क्षेत्र की उन्नति के लिए महत्वपूर्ण नवाचारों को प्रदर्शित करने एवं विचार-विमर्श हेतु एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में भूमिका निभाई।

कॉन्क्लेव का उद्घाटन टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्री आर. के. विश्नोई ने दीप प्रज्वलन के साथ किया। उनके साथ श्री मनोज त्रिपाठी, अध्यक्ष, बीबीएमबी, श्री शैलेंद्र सिंह, निदेशक (कार्मिक), टीएचडीसीआईएल एवं श्री ए. के. दिनकर, सचिव, सेंट्रल बोर्ड ऑफ इरिगेशन एंड पावर (सीबीआईपी) भी उपस्थित थे।

मुख्य अतिथि श्री आर. के. विश्नोई ने देश के विद्युत परिदृश्य में जल विद्युत की महत्वपूर्ण भूमिका और जल विद्युत क्षेत्र के लिए एक सामूहिक ब्रांडिंग पहल के रूप में लहर कॉन्क्लेव के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने जलविद्युत विकास के प्रति सकारात्मक सामुदायिक सक्रियता को बढ़ावा देने, प्रचलित नकारात्मक धारणाओं का सामना करने और राष्ट्रीय विकास के लिए सतत प्रथाओं को बढ़ावा देने के लक्ष्यों को रेखांकित किया।

बीबीएमबी के अध्यक्ष श्री मनोज त्रिपाठी ने जलविद्युत क्षेत्र में सहयोग और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए कॉन्क्लेव की भूमिका को रेखांकित किया। उन्होंने नीतिगत ढांचे पर चर्चा करने और सतत जलविद्युत विकास सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न हितधारकों को एक साथ लाने की महत्ता पर प्रकाश डाला।

श्री शैलेंद्र सिंह, निदेशक (कार्मिक) ने भारत में जलविद्युत की क्षमता के अधिकतम दोहन के लिए लहर कॉन्क्लेव की अहमियत पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि कॉन्क्लेव उद्योग विशेषज्ञों, हितधारकों और संस्थान प्रमुखों को पर्यावरणीय विचारों से लेकर तकनीकी प्रगति तक के क्षेत्र की चुनौतियों के नवीन समाधानों पर एकजुट होने, विशेष जानकारी साझा करने एवं सहयोग करने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच प्रदान करता है।

कॉन्क्लेव में एनएचपीसी, एसजेवीएन, एनटीपीसी, नीपको, बीबीएमबी, डीवीसी और सीईए सहित जल विद्युत क्षेत्र की विभिन्न प्रमुख संस्थाओं के लगभग 160 प्रतिनिधियों एवं प्रतिभागियों के साथ-साथ आईओसीएल, आईआईटी रूड़की जैसे प्रमुख संस्थानों के प्रमुखों और विशेषज्ञों ने भाग लिया। इस कार्यक्रम में जल विद्युत परियोजना प्रबंधन, पर्यावरणीय मंजूरी प्रक्रियाओं, भूमि अधिग्रहण चुनौतियों और समय पर परियोजनाओं की जटिलताओं पर नियंत्रण पाने की रणनीति जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर व्यावहारिक दस्तावेजों के साथ प्रस्तुतियां शामिल थीं।

कॉन्क्लेव का समापन सीबीआईपी के सचिव श्री ए. के. दिनकर द्वारा दिए गए हार्दिक धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। श्री दिनकर ने इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम के आयोजन में टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड के अमूल्य योगदान को स्वीकार करते हुए सभी सम्मानित अतिथियों, गणमान्य व्यक्तियों और प्रतिभागियों के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने सतत ऊर्जा समाधानों को आगे बढ़ाने के लिए आवश्यक संवाद, नवाचार और साझेदारी को बढ़ावा देने में कॉन्क्लेव की भूमिका पर जोर दिया।

टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड, देश के ऊर्जा क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभा रही है, जो सतत जलविद्युत ऊर्जा के विकास और राष्ट्र के नवीकरणीय ऊर्जा लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए समर्पित है। टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड नवाचार, विश्वसनीयता एवं पर्यावरणीय प्रबंधन के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के माध्यम से निरंतर देश के लिए स्वच्छ एवं अधिक लचीले ऊर्जा भविष्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।


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Govind Pundir

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