मंगल, गुरु, शुक्र और शनि ने आकाश में बनाया श्रृंखला योग: कोई होगा अर्श से फर्श पर तो कोई फर्श से अर्श पर – आचार्य दैवज्ञ

मंगल, गुरु, शुक्र और शनि ने आकाश में बनाया श्रृंखला योग: कोई होगा अर्श से फर्श पर तो कोई फर्श से अर्श पर   – आचार्य दैवज्ञ
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21 जनवरी से लेकर 26 फरवरी तक आकाश में 6 ग्रह एक कतार में है, जिनमें मंगल, गुरु, शुक्र और शनि यूरेनस और नेपच्यून आकाश पताका सीध में लग गए है, इसके असर से राजनीति सहित विभिन्न क्षेत्रों में कोई अर्श से फर्श पर होगा तो कोई फर्श से अर्श पर।

उत्तराखंड ज्योतिष रत्न आचार्य डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल सौरमंडल का विश्लेषण करते हुए बताते हैं, कि ज्योतिष शास्त्र के प्रमुख ग्रंथ बृहत् संहिता के अनुसार यदि 6 ग्रह पूर्व दिशा में या आकाश मध्य में शाम को पताका की आकृति बनाएं, ध्वज सदृश्य आकृति योग बने तो उसको श्रृंखला अथवा पताका योग कहते हैं, जिसका मानव जीवन पर बहुत बड़ा असर पड़ता है ,विशेष रूप से राजनीति और प्रशासनिक क्षेत्र से जुड़े लोगों में हलचल रहेगी।

पांचवी सदी में लिखे गए मेदिनी ज्योतिष के ग्रंथ बृहत् संहिता के 46 वें अध्याय ‘मयूरचित्रक अध्याय’ में श्लोक संख्या 7 से 9 तक चंद्रादि 6 ग्रहों (मंगल, गुरु, शुक्र, बुध और शनि)के आकाश में एक सीधी रेखा में पताका के सामान दिखाई देने के फलों का वर्णन है।देश के राजाओं के लिए कल्याणकारी होते हैं या अनिष्कारी होते हैं। बृहत् संहिता के अनुसार असामान्य मौसम से फसलों की हानि का योग है। देश के कुछ राज्यों में फरवरी-मार्च में अशांति होने की आशंका है। आचार्य देवग्य बताते हैं कि प्राचीन समय में ऐसे योग होने पर राजा लोग तत्काल ज्योतिष के मर्मज्ञ लोगों के पास पहुंच जाते थे और उनसे समाधान लेकर जनता का कल्याण करते थे।

स्मरणीय है कि आचार्य डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल “दैवज्ञ” की सौरमंडल की स्थिति के अनुसार भविष्यवाणियां एकदम सटीक साबित होती हैं, स्थानीय निकाय चुनाव चल रहे हैं, और आगे पंचायत चुनाव होने हैं, गूढ़ भाषा में दिए गए उनके बयान का कितना असर चुनाव पर दिखाई देता है, यह तो चुनाव परिणाम बताएंगे परंतु ऐसे अवसर पर उनका बयान बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा है।


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Garhninad Desk

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