राष्ट्रीय एकीकरण शिविर में 22 राज्यों के राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवियों ने किया प्रतिभाग

टिहरी गढ़वाल। राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों और कार्यक्रम अधिकारियों ने 3 से 9 मार्च 2025 तक बहरामपुर विश्वविद्यालय, उड़ीसा में आयोजित राष्ट्रीय एकीकरण शिविर में उत्साहपूर्वक सहभागिता की। उत्तराखंड राज्य से चयनित स्वयंसेवियों में प्रियांशु शाह और सुमित (राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, नई टिहरी), सलोनी और संध्या कंडवाल (राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, कर्णप्रयाग) तथा सुमित शर्मा और नीतिका पढ़लिया (ग्रेफपिक इरा हिल कैंपस, हल्द्वानी) शामिल रहे। कार्यक्रम अधिकारी के रूप में राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, नई टिहरी के वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी डॉ. विजय प्रकाश सेमवाल का चयन किया गया।
राष्ट्रीय सेवा योजना क्षेत्रीय निदेशालय, भुवनेश्वर द्वारा आयोजित इस शिविर में प्रतिभागियों को 2 मार्च की शाम या 3 मार्च की सुबह बहरामपुर विश्वविद्यालय में रिपोर्ट करना था। शिविर का उद्देश्य राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों को सांस्कृतिक रूप से सुदृढ़ करना और संचार कौशल को बढ़ावा देना था। इस दौरान लोकगीत, लोकनृत्य, क्विज, एक्सटेम्पोर, वाद-विवाद और पोस्टर मेकिंग जैसी विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं। उत्तराखंड की टीम ने सभी प्रतियोगिताओं में सक्रिय भागीदारी निभाई, जिसमें स्वयंसेवी सलोनी ने एक्सटेम्पोर प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त किया।
कार्यक्रम अधिकारी डॉ. विजय प्रकाश सेमवाल को उनकी प्रशासनिक और अनुशासनात्मक दक्षता के लिए सम्मानित किया गया। इस शिविर में पूरे भारत के 22 राज्यों के राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवियों ने भाग लिया। सात दिवसीय शिविर को विभिन्न चरणों में विभाजित किया गया था, जहां सुबह योग और शैक्षणिक गतिविधियों तथा शाम को सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए। पंचम दिवस को स्वयंसेवकों को गोपालपुर और सोनपुर समुद्र तट पर ले जाया गया, जहां स्वच्छता अभियान चलाया गया।
समापन समारोह में बहरामपुर विश्वविद्यालय के कुल सचिव ने स्वयंसेवकों को उनके कर्तव्यों के प्रति निष्ठावान रहने का संदेश दिया और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। शिविर के अंतिम दिन, 9 मार्च को, सभी प्रतिभागी अपने-अपने गंतव्य के लिए रवाना हुए।