ग्राम पंचायतों को कोरोना से निपटने के लिए जल्द संसाधन मुहैया कराए सरकार- चौहान
गढ़ निनाद न्यूज़ * 29 मई 2020
हिन्डोलाखाल: देवप्रयाग विकास खण्ड के ग्राम प्रधान संगठन ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेज कर ग्राम प्रधानों पर क्वारेन्टीन सेंटरों में रह रहे प्रवासियों की देख-रेख समेत सारी व्यवस्था करने की जिम्मेदारी डालने पर सवाल खड़े किये हैं। प्रधान संगठन ब्लॉक अध्यक्ष सोबन सिंह चौहान ने पत्र में कहा है कि प्रधानों को इस कार्य के लिए एक कौड़ी तक नहीं दी गई है। ऊपर से सरकार के प्रवक्ता ने कुछ दिन पहले यह बयान देकर कहा कि प्रधानों को 10-10 हजार रुपये दिए जा रहे हैं, इससे और भी गलतफहमी पैदा हो गयी है।
चौहान ने कहा कि लगातार प्रवासियों की घर वापसी हो रही है, उनमें कई कोरोना संक्रमित सामने आ रहे हैं। ऐसी स्थिति में सरकार की तरफ से प्रधानों व समिति को आवश्यक संसाधन उपलब्ध नहीं कराये जाने से ग्रामीण क्षेत्रों में अत्यधिक कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि क्वारेन्टीन सेंटरों में जो भी सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं, प्रधान स्वयं के संसाधनों से कर रहे हैं।
प्रधान संगठन ब्लॉक अध्यक्ष चौहान ने कहा कि सरकार द्वारा संसाधनों के रूप में सिर्फ भ्रामक खबरों से जनता में भ्रम की स्थिति पैदा की जा रही है। जिससे प्रधानों को ग्रामीण संदेह की दृष्टि से देख रहे हैं। इससे प्रधानों की सामाजिक एवं मानसिक प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाई जा रही है।
सरकार द्वारा कोरोना वायरस से निपटने के लिए अभी तक प्रधानों को मास्क के अलावा एक पैसा भी नहीं दिया गया है। इसके उलट कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। समिति के पास किसी प्रकार के संसाधन न होने से स्थिति बिगड़ती जा रही है।
ज्ञापन में प्रधानों, उप प्रधानों, आशा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, वार्ड सदस्यों व प्रहरी आदि का 20-20 लाख तक का बीमा कराने, सुरक्षा सम्बंधी सामग्री उपलब्ध कराने, समिति के किसी भी सदस्य की मौत होने पर उसके परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी में लगाने तथा सभी ग्राम पंचायतों को सुरक्षा कर्मी उपलब्ध कराने की मांग की गयी है।
संगठन ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार उपरोक्त मांगों पर शीघ्र विचार नहीं करती है तो संगठन विरोध प्रदर्शन करेगा, जिसकी पूर्ण जिम्मेदारी सरकार की होगी।