26 जून “अन्तर्राष्ट्रीय मादक द्रव्य निषेध दिवस”
-डॉ. सुरेंद्र सेमल्टी
मादक द्रव्यों का सेवन न करें,
इनको पीने से नहीं मरें।
कई किस्म की होती है शराब,
स्वास्थ्य को सब करती हैं खराब।
बिना मौत मरते लाखों लोग,
जो करते इन द्रव्यों का भोग।
इज्जत लुटती मां-बहिनों की,
नीलामी होती उनके गहनों की।
ले नहिं पाते बच्चे शिक्षा,
भटकते दर-दर मांगते भिक्षा।
दरिद्रता रोग घर में टिकते,
भांडे-बर्तन घर हैं बिकते।
इज्जत मिट्टी में मिल जाती,
होती कलंकित जाती थाती।
ले संकल्प अब नहीं पीयेंगे,
स्वाभिमान- इज्जत से जीयेंगे।
अब जग में कोई इसे न छूना,
मिलेगा फिर जीवन पहले से दूना।