दुकानों के निर्माण होने के साल भर बाद आख़िर प्रशासन क्यों बता रहा अवैध?
गढ़ निनाद न्यूज़* 2 जून 2020
कीर्तिनगर। नगर पंचायत सीमा में पंचायत द्वारा अपनी आमदनी बढ़ाने के लिए तीन दुकानों का निर्माण किया गया है। लेकिन एक वर्ष बाद तहसील प्रशासन उक्त निर्माण को अवैध मान रहा है।
पिछले बुधवार को कीर्तिनगर तहसील प्रशासन को अचानक अवैध निर्माण की याद आ गई, नगर पंचायत कीर्तिनगर से मिली जानकारी के अनुसार सन 1950 में नगर पंचायत के नोटिफिकेशन के दौरान ढूंढप्रयाग सीमा से नगर पंचायत सीमा को शुरू दर्शाया गया है।
नगर पंचायत ढूंढ़प्रयाग गाड़ के समीप वर्ष 2007 से कूड़ा डंपिंग कर रही थी, लेकिन एनजीटी के निर्देश के बाद अब कूड़ा डंपिंग डांग रोड पर बनाया गया है। यह स्थान नदी के समीप था और एनजीटी के मानक पूरा नहीं कर रहा था। खाली पड़ी जमीन पर नगर पंचायत ने अपनी आमदनी स्रोत बढ़ाने के लिए तीन दुकानों का निर्माण किया है, जो दुकान पूर्ण रूप से तैयार हो गई हैं और अब तहसील प्रशासन का फरमान आया है, की यह भूमि नगर पंचायत की नहीं है।
गौरतलब है कि इससे पहले से तहसील प्रशासन ने उक्त भूमि पर कभी आपत्ति नहीं जताई है। वहीं कीर्ति नगर क्षेत्र में कई लोगों ने राजस्व भूमि पर निजी कब्जा कर रखा है, लेकिन उस पर कोई कार्यवाही नहीं होती।अब अचानक तहसील प्रशासन को कोरोना महामारी के दौरान में जहां पूरा प्रशासन बहुत ही व्यस्त है, वही इस प्रकार के कार्यों में व्यक्तिगत रुचि दिखाना समझ से परे है।
उधर नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी वासुदेव डंगवाल ने बताया कि ढूंढप्रयाग सीमा से नगर पंचायत क्षेत्र शुरू हो जाता है, और नगर पंचायत द्वारा इस स्थान पर तीन दुकानों निर्माण कार्य अपनी सीमा के अंतर्गत किया गया है।