प्रधान संगठन द्वारा सरकार से स्थिति स्पष्ट करने और मदद की गुहार
रमेश रावत, गढ़ निनाद न्यूज़ * 1 जून
हिंडोलाखाल: सोमवार 1 जून को देवप्रयाग ब्लॉक के प्रधान संगठन के पदाधिकारियों की बैठक संपन्न हुयी। बैठक सोबन सिंह चौहान अध्यक्ष प्रधान संगठन देवप्रयाग की अध्यक्षता में कोविड-19 के नियमों अनुसार ब्लॉक मुख्यालय हिंडोलाखाल में हुई। बैठक में प्रधानों ने अपने कार्यक्षेत्र में कार्य हेतु सर्वसम्मति से कई प्रस्ताव पारित किए, साथ ही अपने प्रस्तावों और समस्यायों से जिला अधिकारी को भी अवगत कराया गया। इसके साथ ही प्रधान संगठन ने कोरोना महामारी से भविष्य में होने वाले संशय एवं समस्याओं के निदान हेतु जिला अधिकारी से स्पष्ट आदेश ब्लॉक स्तर पर प्रधानों को देने के लिए निवेदन भी किया।
आखिर हम भी इंसान हैं! ख़िताब नहीं, साधन तो दीजिये सरकार
बैठक में प्रधानों ने रोष व्यक्त कर कहा कि आखिर हम भी तो इंसान हैं, सभी पंचायतों में प्रधान बिना साधनों के व्यवस्थाओं में लगे हुए है। देश-प्रदेश में महामारी में लगें कर्मियों को “कोरोना वॉरियर्स” का खिताब दिया जा रहा है, लेकिन अफ़सोस हमारे हिस्से में सिर्फ गलियां।
प्रधानों का जनता से कहना है कि – आपने हमें चुना है और आपको अधिकार है हमसे सवाल रखने का, जवाब मांगने का, लेकिन जो हम पर आरोप लगाए जा रहे हैं वह बिल्कुल निराधार हैं। आप हमें कितनी भी गालियां दे, आरोप लगाएं! लेकिन प्रधान सदैव आपका अच्छा ही सोचेंगे और करेंगे।
प्रवासियों के मुद्दे पर स्थिति स्पष्ट किये जाने की मांग
लॉकडाउन के कारण दो माह बाद हुई ग्राम पंचायत प्रधान संगठन की बैठक में संगठन के अध्यक्ष सोहन सिंह चौहान ने बताया कि गाँव लौटे प्रवासियों के रोजगार, राशन व्यवस्था, स्वास्थ्य सुरक्षा आदि को लेकर चर्चा हुई। बैठक में हुई चर्चा से बने प्रस्तावो को कार्यवाही के लिए जिलाधिकारी कार्यालय भेजा गया।
संगठन ने कोरोना महामारी के इस दौर में सरकार के रवैये को लेकर रोष जताया। संगठन ने सरकार से ग्राम पंचायतो को जारी होने वाली दस हजार की राशि का स्पष्ट शासनादेश जारी करने व किस मद में खर्च किया जाना है? उसकी स्थिति स्पष्ट किये जाने कि मांग कि गई। संगठन ने ग्राम प्रधानो को दस हजार की राशि मिलने और उसे खर्च नहीं किये जाने का सोशल मीडिया पर भ्रामक प्रचार पर भी अंकुश लगाए जाने की मांग की। प्रधान संगठन का कहना है कि यह राशि अभी किसी भी प्रधान को नहीं दी गयी है।
लौते प्रवासियो के लिये राशन कार्ड और जॉब कार्ड हेतु व्यवस्था की मांग
बाहरी राज्यों से लौटे प्रवासियो के रोजगार की व्यवस्था मनरेगा के जॉब कार्डो के अलावा किये जाने की मांग संगठन ने की। जिससे उनका सौ दिन का रोजगार प्रभावित न हो। जिन प्रवासियों के राशन कार्ड नहीं है उन्हें भी जीवनयापन के लिए सरकार राशन उपलब्ध कराये जाने का निवेदन किया गया।
संगठन के अनुसार सरकार द्वारा 31 मई के बाद बाहरी क्षेत्रों से आने वाले प्रवासियों को लेकर स्पष्ट नहीं किया गया है कि उन्हें संस्थागत या होम कवारटीन किया जाना है? इसको लेकर ग्राम प्रधानो मे असंमजस बना हुआ है। बैठक में सरकार से इस बारे में स्पष्ट निर्देश जारी करने को भी कहा गया।
बैठक में ग्राम प्रधान ताजबर सिंह, ओमप्रकाश, होशियार सिंह, राहुल सिंह, अरविंद जियाल, राजपाल सिंह, जगदीश प्रसाद भट्ट, नवीन पंवार, कांतिदेवी, और आशा देवी आदि मौजूद थे।