गजब: काश्तकारों का भुगतान किया नहीं चले उद्घाटन का श्रेय लेने!
गढ़ निनाद न्यूज़* 5अगस्त 2020
नई टिहरी: विकासखण्ड प्रताप नगर टिहरी बांध बनने के बाद लगभग जिला मुख्यालय से कट चुका था। सितंबर में डोबरा चांठी पुल बनने की पूरी उम्मीद है। जो प्रताप नगर वासियों के लिए निश्चित तौर पर खुशखबरी है। पुल के उद्घाटन का श्रेय लेने की भी होड़ मची है। प्रधानमंत्री जी पुल का उद्घाटन करने वाले हैं।
लेकिन दुर्भाग्य है कि जिन ग्रामीणों ने इसके लिए अपनी पुश्तैनी जमीन दी है उनका अभी तक भुगतान तक नहीं किया गया है।
इसी सिलसिले में आज दिनांक 5 अगस्त को ग्रामसभा चांठी गांव के लोग जो कि डोबरा चांठी पुल के दूसरे कोने पर बसा हुआ है के ग्रामीणों का एक शिष्टमंडल पूर्व विधायक श्री विक्रम सिंह नेगी के नेतृत्व में जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल से मिला। काश्तकारों का कहना है कि उनकी कुछ भूमि डोबरा चांठी पुल निर्माण के लिए अधिकृत की गई थी लेकिन काश्तकारों को अभी तक इस जमीन का मुआवजा नहीं मिला है।
प्रताप नगर के पूर्व विधायक विक्रम सिंह नेगी के नेतृत्व में डीएम से मिले ग्रामीणों ने साफ तौर पर कहा कि उनकी भूमि डेवलप करके उन्हें वापस की जाय अन्यथा ग्रामीण धरना प्रदर्शन कर सकते हैं। काश्तकारों ने जिलाधिकारी से यह भी मांग की कि डोबरा चांठी पुल के मेन एंकर और विंड एंकर के निर्माण से हुए भूस्खलन के कारण चांठी गांव के कई काश्तकारों की भूमि प्रभावित हुई है, इस भूमि को भी विकसित करके काश्तकारों को आवंटित किया जाए। ग्राम सभा चांठी के प्रधान व क्षेत्र पंचायत सदस्य ने जिलाधिकारी से स्पष्ट तौर पर कहा कि डोबरा चांठी पुल के उद्घाटन से पहले ग्राम चांठी के काश्तकारों की समस्या का निस्तारण किया जाय नहीं तो ग्राम वासियों को मजबूर होकर डोबरा चांठी पुल पर धरना करना पड़ेगा,जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी। बहरहाल जिलाधिकारी टिहरी ने एसडीएम प्रताप नगर की अध्यक्षता में एक कमेटी गठित कर मामले के शीघ्र निस्तारण के आदेश दिए हैं।
इस अवसर पर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राकेश राणा ,जिला उपाध्यक्ष मान सिंह रौतेला, प्रेम सिंह रावत ,प्रधान कोमल दास ,क्षेत्र पंचायत सदस्य प्रतिनिधि अर्जुन दास ,हरीश चंद्र सिंह रावत ,मोहन सिंह बिष्ट ,पूर्व प्रधान गोकुल सिंह बिष्ट ,विजेंद्र सिंह रावत ,टीकम सिंह बिष्ट ,पवन सिंह बिष्ट ,केसर सिंह बिष्ट, त्रिलोक सिंह बिष्ट, मातबर सिंह बिष्ट, आदि उपस्थित थे।
बहरहाल उद्घाटन से पहले काश्तकारों का भुगतान तो किया ही जाना चाहिए ताकि उद्घाटन के मौके पर प्रशासन की किरकिरी होने से बच सके।