Ad Image

घुतू-गंगी मोटर मार्ग विगत पांच महीनों से बंद,कब जागेगी विभाग की नींद

घुतू-गंगी मोटर मार्ग विगत पांच महीनों से बंद,कब जागेगी विभाग की नींद
Please click to share News

जान जोखिम में डालकर घुत्तू पहुंचते हैं लोग

गढ़ निनाद न्यूज़* 10 सितम्बर 2020।

घनसाली। टिहरी जिले की घनसाली विधानसभा के अंतर्गत सीमांत क्षेत्र घुत्तू- गंगी मोटर मार्ग विगत पांच माह से बंद पड़ा होने के कारण ग्रामीणों को अत्यन्त कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा। ग्रामीण घुत्तू से गंगी लगभग 19 किमी पैदल यात्रा कर रहे हैं। 

ग्रामीणों की बार बार शिकायत करने पर बमुश्किल देवलंग गांव तक तीन किमी ही सड़क याता यात के लिए खुल पायी है शेष 16 किमी. विगत पांच माह से बन्द पड़ा है। उक्त मोटर मार्ग जगह जगह क्षतिग्रस्त होने से लोग जान जोखिम में डाल कर गंगी और रीह गांव के लोग पैदल ही सफर तय कर स्थानीय बाजार घुतु पहुंच कर रोज मर्रा का सामान पीठ पर ढो कर आपने गांव तक वापस पहुंचने में दो दिन से अधिक का समय लग रहा है। जो कि बहुत जोखिम भरा सफर है। 

मोटर मार्ग बंद होने के कारण ग्रामीण अपने अपने घरों से 19 किमी से अधिक की दूरी तय कर घुत्तू से सस्ता गला राशन और अन्य जरूरी सामान पीठ में ढोकर, पहाड़ी और चढ़ाईनुमा रास्ते को पार करने को मजबूर हैं।

क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ता और पूर्व प्रधान के श्री सोकिन सिंह भंडारी के द्वारा क्षेत्र भ्रमण कर और खतलिंग यात्रा से लौटने के पश्चात अपने बयान में  विभाग और ठेकेदार के प्रति गंभीर रोष  व्यक्त किया। कहा कि विभाग कि लापरवाही से सैकड़ों ग्रामीणों और यात्रियों को बहुत कष्ट उठाना पड़ रहा है। साथ ही भंडारी ने आरोप लगाया कि विभाग और ठेकेदार की लापरवाही से लोगों के वाहन मोटर मार्ग के क्षति ग्रस्त होने से फंसे पड़े हैं। जिससे वाहन स्वामियों को बेवजह टैक्स देने के साथ, खड़े वाहनों की मशीनें जंक खाकर खराब हो गई है। सोकीन भंडारी ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि उक्त घुत्तू-गंगी मोटर मार्ग आवागमन के लिए नहीं खोला गया तो वह ग्रामीणों और जन प्रतिनिधियों के साथ मिलकर आंदोलन कर, अनशन करने के लिए मजबूर होंगे।

आपको बताते चलें कि, गंगी गांव जनपद टिहरी का सुदूरवर्ती और सीमांत गांव है। इस तीर्थाटन क्षेत्र को पांचवा धाम बनाए जाने हेतु पहाड़ के गांधी इंद्रएमणी बडोनी ने घुत्तू खतलिंग, महासर ताल से रुद्रदेवी तक कई वर्षों तक यात्रा निकाली। जिसमे हमारे संवाददाता लोकेंद्र दत्त जोशी भी साथियों के साथ संघर्ष रत रहे और अभी भी संघर्ष जारी है। जहां से पांचवां धाम खतलिंग और महासर ताल होते हुए लोग अलौकिक धाम रुद्रा देवी की यात्रा प्रत्येक वर्ष निकाली जाती है। इसके साथ गंगी गांव से तिब्बत का पैदल मार्ग जहां से दोनों देशों का आपस में व्यापार पूर्व से होता रहा है।

भिलंगना विकास खंड के मथ्य भिलंग (उपली भिलंग) के दर्जनों गांव आज भी यातायात के अभाव से जूझ रहे हैं। गंगी, रीह गांव के लोग बीमार, वृद्ध लोगों को पीठ में ढो कर  प्राथमिक उपचार के लिए 20_किमी से भी अधिक उबड़ खाबड़ रास्तों से जान जोखिम डाल कर घुत्तू पहुँचकर इलाज कराने के लिए ला रहे हैं।

घुत्तू गंगी मोटर मार्ग आजादी के इतने वर्षों बाद गत वर्ष ही निर्मित हो सका है और और अभी भी निर्माणाधीन है जो कि प्रधान मंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत निर्माणाधीन है और विभाग के द्वारा जिस ठेकेदार को उक्त मोटर मार्ग का ठेका दिया गया है, वह विगत पांच माह से काम छोड़कर गायब है। 

भिलंगना विकास खंड के जेष्ठ उप प्रमुख, ज़िला पंचायत सदस्य सीता देवी ,समजिक कार्यकर्ता श्री भजन रावत, नरेश तिवाड़ी आदि जन प्रतिनिधियों विभाग और ठेकेदार के उदासीन पूर्ण रवैया के प्रति रोष ब्यक्त करते हुए आंदोलन की चेतावनी देते हुए, उक्त मार्ग को आवागमन हेतु शीघ्र खोलने की मांग प्रशासन से की है।


Please click to share News

Govind Pundir

Related News Stories