छल नहीं गंगाजल की पवित्र नीयत से हो रहा काम-मोदी
6 लेन एक्सप्रेस हाई वे जनता को समर्पित
गढ़ निनाद समाचार* 30 नवम्बर 2020
वाराणसी। देव दीपावली मनाने वाराणसी पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसान आंदोलन पर नियत साफ करते हुए कहा कि सरकार हमेशा किसानों के साथ है। सरकार उनके साथ कभी छल नहीं होने देगी । उन्होंने कहा कि कृषि सुधारों के मामलों में किसानों में भ्रम फैलाया जा रहा है। कहा 6 सालों में हमने यूरिया की कमी नही होने दी।
उन्होंने कहा कि अब कांवड़ यात्रा के दौरान कांवड़ियों और इस क्षेत्र के लोगों को होने वाली परेशानियां समाप्त हो जाएंगी।
मोदी ने कहा कि किसानों को देश-विदेश के बाजार मिले, उनको बेहतर विकल्प मिलें उनके साथ छल अब नही होगा। उन्होंने 6 लेन हाईवे का उद्घाटन करते हुए कहा कि अब उत्तर प्रदेश एक्सप्रेस प्रदेश बन गया है।
देव दीपावली मनाने काशी पहुंचे पीएम मोदी का वाराणासी में भव्य स्वागत हुआ। वह शाम को मां गंगा को पहला दीया अर्पित करके देव दीपावाली की शुरुआत करेंगे।
पीएम मोदी ने कहा- मुझे याद है कि 2013 में मेरी पहली जनसभा इसी मैदान पर हुई थी तब यहां से गुजरने वाला हाइवे 4 लेन का था जो बाबा विश्वनाथ के आशीर्वाद से ये 6 लेन का हो गया है। पीएम मोदी ने कहा कि पहले लोग 70 किलोमीटर जाने में ही परेशान हो जाते हैं। अब रेलवे और एयर कनेक्टिविटी को भी सुधारा जा रहा है। पिछले 6 साल में काशी को कई परियोजनाएं मिल रही है।काशी को सुंदर बनाने का काम हुआ है।
पीएम मोदी ने कहा कि आपको याद रखना है, यही लोग हैं जो पीएम किसान सम्मान निधि को लेकर ये लोग सवाल उठाते थे अफवाह फैलाते थे कि ये मोदी है इसलिए ये चुनाव को देखते हुए 2 हजार रूपये दिया जा रहा है और चुनाव के बाद इस पैसे को ब्याज सहित वापस देना पड़ेगा। एक राज्य में तो वहां की सरकार, अपने राजनीतिक स्वार्थ के चलते आज भी किसानों को इस योजना का लाभ नहीं लेने दे रही है।
कहा कि हमने वादा किया था कि स्वामीनाथन आयोग की सिफारिश के अनुकूल लागत का डेढ़ गुना MSP देंगे। ये वादा सिर्फ कागज़ों पर ही पूरा नहीं किया गया, बल्कि किसानों के बैंक खाते तक पहुंचाया है। कहा दशकों तक किसानों के साथ छल किया है वही अब भ्रम फैला रहे हैं।
किसानों को फसल बेचने की आजादी है। नए कानून में पुराने तरीके से फसल बेचने की आजादी भी है। नया कानून किसानों के लिए फायदेमंद हैं। कहा कि आज सरकार के प्रयास से किसान को लाभ मिल रहा है। किसान विदेश में निर्यात कर रहा है।