कुलपति बैठे वित्त अधिकारी के कक्ष में: कराया 85 प्रतिशत लम्बित बिलों का भुगतान
गढ़ निनाद समाचार* 10 नवम्बर 2020
चम्बा/नई टिहरी। श्रीदेव सुमन उत्तराखण्ड विश्वविद्यालय में डा0 पी0पी0 ध्यानी द्वारा कुलपति पद पर कार्यभार ग्रहण करते समय से ही विश्वविद्यालय मे नकलवहिनी परीक्षायें सम्पादित करवाना, समय पर परीक्षाफल घोषित करना तथा विश्वविद्यालय में प्रशासनिक ढांचा सृदृढ़ करने के साथ ही साथ वित्तीय प्रबन्धन से समयबद्ध रूप से ईपेमेन्ट द्वारा भुगतान करवाना अपनी प्राथमिकताओं में रखा गया था। जिसमें कुलपति डा0पी0पी0ध्यानी द्वारा अपनी प्राथमिकताओं को पूर्ण करने हेतु सीमित संसाधनों के बावजूद भी निरन्तर प्रयास किया जा रहा है।
कुलपति द्वारा वित्तीय प्रबन्धन को प्राथमिकताओं में रखे जाने के बाद कुलपति द्वारा लगातार कर्मचारियों का मार्ग दर्शन भी किया जा रहा है। हाॅल ही में परीक्षाओं को नकलवहिनी बनाने हेतु कुलपति द्वारा कई परीक्षा केन्द्रों का स्वयं औचक निरीक्षण किया गया जिसमें अधिकतर शिक्षकों द्वारा यह शिकायत की गयी कि विगत कई सालों से महाविद्यालयों के परीक्षकों के परीक्षा बिलों का भुगतान नही हुआ है जो कि काफी समय से विश्वविद्यालय में लम्बित है।
कुलपति द्वारा तत्काल प्रकरण का संज्ञान लेते हुये विश्वविद्यालय के अधिकारियों के साथ बैठक की गयी, जिसमें कुलपति द्वारा निर्णय लिया गया कि दीपावली से पूर्व हर हाॅल में सभी कर्मचारियों का वेतन भुगतान, लम्बित फाईलों का भुगतान, परीक्षा केन्द्रों का भुगतान और परीक्षकों के पारिश्रमिक का भुगतान आदिं किया जाय। उन्होने सभी अधिकारियों को आदेशित किया कि वे वित्त अधिकारी के कक्ष में बैठकर लम्बित बिलों का निस्तारण करें और वह स्वंय भी वित्त अधिकारी के कक्ष में बैठेंगे और वही पर अपनी स्वीकृति प्रदान करेंगे। पिछले 02 दिनों से ऐसी अनूठी पहल करने पर विश्वविद्यालय ने 85 प्रतिशत लम्बित बिलों का भुगतान दिपावली से पहले कर दिया है। आगे भी ऐसी पहल समय समय पर की जायेगी।
कुलपति द्वारा विश्वविद्यालय के प्रशासनिक ढांचे के सुधार हेतु विश्वविद्यालय में तैनात अधिकारियों की प्रति सप्ताह/ माह समीक्षा बैठक भी ली जा रही है। कुलपति द्वारा अब हर साल फरवरी में सभी कर्मचारियों के कार्यो की समीक्षा करने के साथ साथ लापरवाही बरतने वाले अधिकारी/कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने के भी निर्देश दिए हैं।