“नशा का जो हुआ शिकार, उजड़ा उसका घर परिवार”
गढ़ निनाद समाचार* 22 फरवरी 2021।
नई टिहरी। राजकीय महाविद्यालय अगरोडा (धारमंडल) टिहरी गढ़वाल में प्राचार्य प्रोफेसर विनोद प्रकाश अग्रवाल की अध्यक्षता में नशा मुक्ति विषय पर ऑनलाइन संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
संगोष्ठी का मुख्य उद्देश्य नशे के दुष्प्रभाव, मादक पदार्थों के सेवन से होने वाली हानियों से छात्र छात्राओं को अवगत कराना था। महाविद्यालय प्राचार्य प्रो० अग्रवाल ने बताया कि नशा सब बुराइयों की जड़ होती है। नशा के सेवन से मानव दानव बन जाता है।
इस कार्यक्रम में मुख्य वक्ताओं के रूप में डॉ० भरत गिरी गोसाई द्वारा नशे के प्रमुख कारण, लक्षण, प्रभाव, नशा मुक्ति हेतु सरकार द्वारा उठाए जा रहे प्रभावी कदम तथा नशाखोरी से बचने के उपायों पर विस्तृत प्रकाश डाला गया।
डॉ० जितेंद्र शाह ने मादक पदार्थों के सेवन से होने वाली शारीरिक तथा मानसिक बीमारियों के प्रति जागरूक किया। डॉ० प्रमोद सिंह ने अपने व्याख्यान में बताया कि सरकार को मादक पदार्थों की बिक्री पर प्रतिबंध लगाना चाहिए। साथ ही साथ राजस्व के अन्य स्रोतों को बढ़ावा देना चाहिए। डॉ० बबीता बटवाण ने बताया कि नशा मानव को दीमक की तरह अंदर ही अंदर खोखला कर देती हैं। इसलिए समय रहते हमें नशाखोरी पर काबू पाना चाहिए।
डॉ० आराधना बंधानी ने बताया कि नशाखोरी को समाप्त करने के लिए हमें स्वयं पहल करना चाहिए। नशा ना करेंगे, ना करने देंगे का संदेश पूरे समाज में फैलायेंगे।
इस कार्यक्रम का संचालन डॉ० सुमिता पवार द्वारा किया गया। इस संगोष्ठी में डॉ० विजय राज उनियाल, डॉ० अजय कुमार, डॉ० बिशनलाल, डॉ० किशोरीलाल, डॉ० राकेश रतूड़ी एवं महाविद्यालय के समस्त कर्मचारी तथा छात्र-छात्राओं ने ऑनलाइन माध्यम से प्रतिभाग किया।