एसएमसी संदर्भदाताओं के तीन दिवसीय जिला स्तरीय प्रशिक्षण का समापन,पूरे सामाजिक ढांचे में शिक्षक का स्थान सर्वोपरि : डॉ राकेश जुगराण
ऋषिकेश। अकादमिक शोध एवं प्रशिक्षण निदेशालय उत्तराखंड की तरफ से जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान देहरादून के संयोजन में आयोजित विद्यालय प्रबंधन समिति के संदर्भदाताओं के तीन दिवसीय जिला स्तरीय प्रशिक्षण का आज विधिवत समापन हो गया।
समापन के अवसर पर उपस्थित संदर्भदाताओं एवं शिक्षक प्रशिक्षकों को संबोधित करते हुए प्राचार्य डॉ राकेश जुगराण ने कहा कि समाज में यदि कोई फैक्ट्री मैं काम करने वाले बड़े छोटे कर्मचारियों से गलती होती है तो कुछ नुकसान हो सकता है इसी प्रकार अन्य विभागों में भी कार्य करते समय गलतियां होने पर समाज का कुछ नुकसान हो सकता है परंतु यदि शिक्षा विभाग और विशेष रूप से शिक्षकों से कुछ गलती होती है तो पूरा ही समाज बिगड़ने लगता है। इसलिए शिक्षक का स्थान पूरे सामाजिक ढांचे में सर्वोपरि है।
उन्होंने कहा कि देश के सर्वोच्च नागरिक राष्ट्रपति से लेकर और निचले पायदान पर खड़े मनुष्य तक सभी को एक शिक्षक ही शिक्षित करता है। इसलिए शिक्षक का स्थान बहुत महत्वपूर्ण है और उसकी जिम्मेदारी भी बहुत अधिक है और हम सब का सौभाग्य है कि हमें परमात्मा ने शिक्षा जैसे महत्वपूर्ण पहलू पर कार्य करने का अवसर प्रदान किया है। इसलिए हमें उसका भरपूर सदुपयोग करना चाहिए।
प्रशिक्षकों डॉ विजय पाल सिंह रावत एवं डॉ अनिल डोभाल ने विद्यालय प्रबंधन समिति के सोशल ऑडिट पर्यावरण शिक्षा आपदा प्रबंधन पर सारगर्भित प्रशिक्षण देते हुए सारांश में कहा कि हम शिक्षकों की जिम्मेदारी केवल पढ़ाने तक सीमित नहीं है अपितु छात्र छात्राओं के नैतिक शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य की जिम्मेदारी भी हमारे ऊपर है जिसके लिए यह प्रशिक्षण मील का पत्थर साबित होगा।
उपस्थित संदर्भदाताओं की तरफ से अपने संबोधन में डोईवाला विकासखंड के सीनियर संदर्भ दाता इंटरमीडिएट कॉलेज आईडीपीएल के संस्कृत प्रवक्ता आचार्य डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल ने जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान द्वारा इस तीन दिवसीय प्रशिक्षण में की गई व्यवस्था की प्रशंसा करते हुए कहा कि दीपावली का त्यौहार होने के बावजूद सभी संदर्भदाताओं को प्रशिक्षण में बांधे रखना जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के प्राचार्य सहित मास्टर ट्रेनर की बहुत बड़ी सफलता है और संदर्भदाताओं द्वारा जिस प्रकार से प्रशिक्षण में सहयोग प्रदान किया गया वह काबिले तारीफ है।
वरिष्ठ संदर्भ दाता महावीर प्रसाद सेमवाल और यशवंत नौटियाल ने कहा कि जो कुछ भी इस प्रशिक्षण में हम सब को सिखाया गया है उसे हम अपने अपने संकुल में जाकर विद्यालय विकास योजना को बनाने के लिए सदुपयोग करेंगे जिससे नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के प्रचार और प्रसार को बल मिलेगा।
इस अवसर पर एसएन डोबरियाल, कैलाशपति मैथानी, दिवाकर देवरानी, मनमोहन कलखुला, रजनी रावत,दिनेश उनियाल सहित बड़ी संख्या में संदर्भ दाता एवं वरिष्ठ प्रवक्ता उपस्थित थे।