इस महाशिवरात्रि बन रहा है विशेष संयोग-आचार्य डॉ.चंडी प्रसाद घिल्डियाल
इस वर्ष महाशिवरात्रि का व्रत 1 मार्च मंगलवार को रखा जाएगा। परिघ नाम का विशेष योग बनने से तंत्र-मंत्र और यंत्र साधना के लिए अति विशिष्ट संयोग बन रहा है। उत्तराखंड ज्योतिष रत्न आचार्य डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल बताते हैं कि भगवान शिव को समर्पित महाशिवरात्रि का त्यौहार इस वर्ष बहुत खास संयोग पर पड़ रहा है क्योंकि इस दिन धनिष्ठा नक्षत्र और परिघ नाम का योग है और दोपहर बाद शिव नाम का योग है इन दोनों योगों में की गई साधना शत्रु विनाशकारी एवं बहुत कल्याणकारी होती है। मंत्रों की ध्वनि को यंत्रों में परिवर्तित कर जीवन की समस्त समस्याओं का समाधान करने के लिए पूरे विश्व में प्रसिद्ध आचार्य डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल बताते हैं कि इस दिन खास बात यह भी रहेगी कि ज्योतिष शास्त्र में आत्मा का कारक सूर्य और मन का कारक चंद्रमा दोनों एक ही राशि शनिदेव के स्वामित्व वाली कुंभ राशि में रहेंगे इसलिए आयु रक्षा के लिए मृत्युंजय शिव यंत्र पति सुख बाधा निवारण यंत्र पत्नी सुख बाधा निवारण यंत्र संतान बाधा शत्रु बाधा निवारण यंत्र एवं सभी कार्यों बिजनेस व्यापार में वृद्धि प्रमोशन आदि के लिए सर्व मनोरथ सिद्धि यंत्र पूर्ण वैदिक और वैज्ञानिक पद्धति से सिद्ध करने के लिए यह दिन वरदान के समान आ रहा है और जिन लोगों के लिए यंत्र इस दिन सिद्ध नहीं हो पाएगा उनके लिए यह संकल्प का दिवस हो और होली की रात्रि यंत्र सिद्ध हो तो वह भी बहुत शुभ फलदायक रहेगा।
किस प्रकार करें भगवान शिव को प्रसन्न
पूरे देश एवं विदेश में 500 से अधिक श्रीमद् भागवत कथाएं कर चुके कथा व्यास आचार्य चंडी प्रसाद बताते हैं कि उस दिन प्रात काल उठकर स्नान करें पंचामृत से भगवान शिव को स्नान कराएं शिव परिवार स्थापित करें गणेश नंदी कार्तिकेय और माता पार्वती का पूजन करें ।पुरुष ओम रुद्राय नमः और स्त्रियां शिवाय नमः मंत्र से जल चढ़ाएं कम से कम 8 लोटा केसर युक्त जल चढ़ाना शुभ रहेगा। घर में अखंड दीपक जलाएं चंदन धतूरा गन्ने का रस शहद पीली सरसों काले तिल भांग के पत्ते निर्गुंडी के पत्ते और बेलपत्र भगवान शिव पर सफेद पुष्पों सहित समर्पित करें बटुक भैरव का ध्यान गुलाब के फूलों से करें रात्रि में केसर युक्त खीर बनाकर उसका प्रसाद चढ़ाएं और उसे सब को वितरित करें इस प्रकार विधान करने से मनोवांछित फलों की प्राप्ति होगी।