गंगा हमारी आस्था और संस्कृति की पहचान है–स्वामी चिदानंद महाराज
ऋषिकेश। पंडित ललित मोहन शर्मा श्री देव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय परिसर ऋषिकेश में नमामि गंगे उत्तराखंड,नमामि गंगे प्रकोष्ठ एवं राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित गंगा जागरूकता रैली का संत कबीर चौराहा आश्रम मुनी की रेती से परमार्थ निकेतन पौड़ी गढ़वाल में पहुंचकर समापन हो गया।
इस अवसर पर स्वामी चिदानंद सरस्वती महाराज द्वारा गंगा के महत्व और अध्यात्म के बारे में छात्र छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि गंगा हमारी आस्था संस्कृति की पहचान है। हमें इसे निर्मल और स्वच्छ रखना है। यह प्रत्येक भारतवासी की जिम्मेदारी है ।
इस मौके पर स्वयंसेवकों को गंगा स्वच्छता एवं जल अभिषेक ,जल संरक्षण की शपथ दिलाई गयी। उसके बाद स्वयंसेवकों द्वारा गंगा आरती भी की गई।
पूज्य साध्वी भगवती सरस्वती द्वारा छात्र-छात्राओं का उत्साह वर्धन एवं सिंगल यूज प्लास्टिक व जल संरक्षण के प्रति जागरूक किया गया। गंगा आरती में देश-विदेश से आए 7000 से ज्यादा लोगों के साथ गंगा स्वच्छता की शपथ दिलाई गई ।
इस अवसर पर वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी डॉ अशोक कुमार मेंदोला ,कार्यक्रम अधिकारी डॉ प्रीति खंडूरी के साथ 160 स्वयंसेवीयो ने प्रतिभाग किया।