रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ NSS शिविर का समापन
ऋषिकेश। पंडित ललित मोहन शर्मा उत्तराखंड श्री देव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय परिसर ऋषिकेश के सात दिवसीय विशेष NSS शिविर का संत कबीर चौराहा आश्रम मुनी की रेती में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ समापन हुआ।
समापन शिविर का मुख्य अतिथि पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष श्री दीप शर्मा, विशिष्ट अतिथि संत कबीर चौरा आश्रम के महंत श्री कपिल महाराज द्वारा दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता परिसर के कला संकाय अध्यक्ष प्रोफेसर दिनेश चंद्र गोस्वामी ने की।
मुख्य अतिथि श्री दीप शर्मा ने कहा कि स्वयंसेवकों ने सात दिनों में सेवा, समर्पण, सहयोग और संकल्प के साथ समाज में जागृति लाने का जो प्रयास किया है वह प्रशंसनीय है। उपरोक्त कार्यों के बिना बेहतर समाज का निर्माण संभव नहीं है। पढ़ाई के साथ राष्ट्रीय सेवा योजना के तहत स्वयंसेवकों के कंधो पर समाज में फैली कुरीतियों को दूर करने का जो दायित्व है, उससे समाज में एक नया पैगाम जाएगा।
संत कबीर चौराहा आश्रम के महंत श्री कपिल महाराज ने अपने संबोधन में युवाओं से आह्वान किया है कि विद्यार्थी जीवन महत्वपूर्ण होता है, इसलिए विद्यार्थी जीवन में लक्ष्य ठान लेना चाहिए और इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए कड़ी मेहनत करनी चाहिए। उन्होंने विद्यार्थियों को नशे से दूर रहने और जनकल्याण व समाज कल्याण के कार्यों के लिए आगे आने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि स्वयंसेवीयो ने सात दिन तक विशेष शिविर आयोजित किया है, जिसमें उन्हें बहुत कुछ सीखने को मिला है जो भविष्य में उनके काम आएगा।
प्रोफेसर गोस्वामी ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में कहा कि शिविर के दौरान मिले अनुभवों को अपने दैनिक जीवन में भी अपनाना होगा। एनएसएस एक ऐसा मंच है जहां हम अपने आने वाली पीढ़ियों के चरित्र और नैतिक स्तर पर उन्हें एक आदर्श नागरिक बना सकते हैं। राष्ट्रीय सेवा योजना हमें राष्ट्र सेवा के लिए प्रेरित करता है।
श्री देव सुमन विश्वविद्यालय के कोऑर्डिनेटर डॉ गौरव वार्ष्णेय ने स्वयंसेवियों को स्वच्छता और सामाजिक कार्य के लिए बढ़-चढ़कर भाग लेने को कहा। डॉक्टर धीरेंद्र यादव ने इस सात दिवसीय शिविर के सफल आयोजन की बधाई दी।
वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी डॉ अशोक कुमार मेंदोला द्वारा इस सात दिवसीय शिविर की आख्या कार्यक्रम के अध्यक्ष एवं मुख्य अतिथियों के सामने सामने रखी। जिसमें उन्होंने उनके द्वारा चलाए गए गंगा स्वच्छता अभियान परमार्थ निकेतन में स्वामी चिदानंद सरस्वती जी द्वारा गंगा स्वच्छता शपथ, गंगा तटों पर पॉलीथिन उन्मूलन , नशा मुक्ति, प्रौढ़ शिक्षा, साक्षरता, डिजिटल शिक्षा, बाल शिक्षा, सड़क सुरक्षा, मतदाता जागरूकता ,बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान, मलिन बस्ती में स्वच्छता अभियान, प्लांटेशन, सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट पर कार्यशाला, एड्स जागरूकता पर कार्यशाला और दैनिक गतिविधियों को अतिथियों के सामने रखा।
इस सात दिवसीय शिविर में विभिन्न प्रतियोगिताओं में सफल स्वयंसेवियों को मुख्य अतिथि द्वारा पुरस्कार दिया गया। शिविर में तीन छात्र तीन छात्राओं को सर्वश्रेष्ठ स्वयंसेवी का पुरस्कार भी दिया गया। जिसमें निजाम आलम, अमित रतूड़ी, पीयूष जोशी, मनीषा, सृष्टि आर्य, कोमल शर्मा को पुरस्कृत किया।
मंच का संचालन कार्यक्रम अधिकारी डॉ प्रीति खंडूरी व धन्यवाद ज्ञापित डॉक्टर पारुल मिश्रा द्वारा किया गया। इस अवसर पर स्वयंसेवकों द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुति भी दी गई। अंत में सात दिवसीय शिविर का समापन राष्ट्रगान के साथ संपन्न हुआ। शिविर में 150 स्वयंसेवियों ने प्रतिभाग किया।