वृक्षारोपण में शामिल हुए सहायक निदेशक डॉक्टर घिल्डियाल
देहरादून। भावी पीढ़ी को यदि कोराना जैसी महामारी से बचाना है तो बहुत आवश्यक है कि विद्यालयों में निरंतर वृक्षारोपण को एक अभियान की तरह चलाया जाना चाहिए।
उपरोक्त विचार सहायक निदेशक डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल ने सोशल बलूनी पब्लिक स्कूल द्वारा आयोजित वृक्षारोपण कार्यक्रम में व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि कोरोनावायरस महामारी में जब लोग ऑक्सीजन के लिए तड़प रहे थे तब वृक्षों का महत्व पता चला कि वृक्षों के बिना ऑक्सीजन संभव नहीं है और ऑक्सीजन के बिना जीवन संभव नहीं है इसलिए इस महामारी का उदाहरण देकर छात्र छात्राओं को वृक्षारोपण के लिए अधिक से अधिक प्रेरित किया जा सकता है।
राज्य के प्रथम गवर्नर अवार्ड से सम्मानित शिक्षा अधिकारी डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल ने कहा कि सोशल बलूनी पब्लिक स्कूल द्वारा जिस खुले वातावरण में शिक्षा की नींव को मजबूत करने का प्रयास किया जा रहा है वह काबिले तारीफ है उन्होंने आज आयोजित इस कार्यक्रम में बहुत छोटे बच्चों को वृक्षों का रोपण उत्साह पूर्वक करवाने के लिए विद्यालय के प्रधानाचार्य पंकज नौटियाल सहित पूरे स्टाफ को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी।
उन्होंने यह भी अपेक्षा की कि पूरे माह को हरेला पर्व के रूप में उत्तराखंड सरकार द्वारा मनाने का जो निर्णय लिया गया है उसमें सोशल बलूनी पब्लिक स्कूल द्वारा अधिक से अधिक जीवन उपयोगी नीम सहित फलदार ,छायादार एवं सजावट के पौधों का रोपण निरंतर किया जाएगा। उन्होंने बलूनी पब्लिक स्कूल के निर्माता निर्देशक विपिन बलूनी को इस बात के लिए बधाई दी कि उनके विद्यालय से जहां एक तरफ बच्चे प्रतियोगी परीक्षाओं में निरंतर सफलता प्राप्त कर रहे हैं तो दूसरी तरफ पर्यावरण एवं संस्कृति को बचाने के लिए आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में भी निरंतर शिरकत कर रहे हैं।