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पैक्ड फ़ूड का करे बहिस्कार: डॉ रंजीता

पैक्ड फ़ूड का करे बहिस्कार: डॉ रंजीता
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ऋषिकेश। राष्ट्रीय पोषण सप्ताह के उपलक्ष में दिनांक 12 सितंबर 2022 को पंडित ललित मोहन शर्मा श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय परिसर ऋषिकेश के एमलटी विभाग में पैक्ड फूड के स्वास्थ्य एवं आर्थिक पहलू पर व्याख्यान का आयोजन हुआ जिसकी मुख्य वक्ता डॉक्टर रंजीता कुमारी एडिशनल प्रोफेसर एम्स ऋषिकेश रही। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन तथा सरस्वती वंदना द्वारा किया गया।

कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर गुलशन कुमार ढींगरा ने कार्यक्रम में आए अतिथि डॉक्टर रंजीता कुमारी तथा डॉक्टर प्रकाश का स्वागत किया उन्होंने विश्वविद्यालय परिसर के गणित विभाग भूगर्भ विज्ञान विभाग जंतु विज्ञान विभाग तथा वनस्पति विज्ञान के प्रमुख विभागाध्यक्षओं का स्वागत किया। उन्होंने राष्ट्रीय पोषण दिवस के अवसर पर हानिकारक खाद्य पदार्थों विशेषकर पैक्ड फूड के द्वारा स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रतिकूल प्रभाव पर अपने विचार रखे।

उन्होंने बताया की ऐसे खाद्य पदार्थों में विभिन्न रसायनों के उपयोग से स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है जंतु विज्ञान के विभागाध्यक्ष डॉ राकेश कुमार ने इस प्रकार के व्याख्यानओं के द्वारा जन जागरूकता बढ़ाने पर जोर दिया। गणित विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ अनीता तोमर ने प्राचार्य प्रोफेसर गुलशन कुमार ढींगरा जी के द्वारा इस प्रकार के कार्यक्रम के द्वारा युवाओं में जागरूकता फैलाने में अहम योगदान देने में उनका धन्यवाद दिया। कार्यक्रम की मुख्य वक्ता रंजीता कुमारी ने अपने व्याख्यान में बताया कि प्राचीन काल से ही भारतीय संस्कृति में रसोई घर की अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका रही है उन्होंने गलत खानपान की वजह से भारतीय समाज में मोटापे के तेजी से बढ़ने पर भी चिंता जताई इसके साथ ही गरीब देशों पर भी मोटापे की समस्या बहुत आम हो गई है जिसकी वजह से कई बीमारियां हो रही है। पैक्ड फूड की वजह से भारत में 10 से 19 वर्ष के 4.2% बच्चे मोटापे का शिकार है जबकि उत्तराखंड की स्थिति अन्य राज्यों की अपेक्षा कम है।

उन्होंने अपने व्याख्यान में बताया कि प्रत्येक 10 में से एक बच्चा प्रीडायबिटिक तथा तीन परसेंट हाई कोलेस्ट्रॉल तथा 7% किडनी की बीमारी से ग्रसित है। उन्होंने बताया कि हम पैक्ड फूड में कभी भी न्यूट्रिशन फैक्ट को नहीं पढ़ते हैं और इसे नजरअंदाज कर देते हैं। उन्होंने प्रोसैस्ड फूड के दुष्प्रभावों को विस्तार से बताया। डॉ रंजीता ने कहा कि हमें अनाज फल और सब्जियों का दैनिक जीवन में ज्यादा से ज्यादा उपयोग करना चाहिए। व्याख्यान में परिसर के डॉक्टर एस. के कुड़ियाल , डॉक्टर एस के नौटियाल, एमएलटी विभाग के प्रवक्ता अर्जुन पालीवाल, शालिनी कोटीयाल, आकांक्षा कुकरेती उपस्थित थे कार्यक्रम का संचालन विभाग की प्रवक्ता सफिया हसन द्वारा किया गया।


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Garhninad Desk

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