कन्या गुरुकुल महाविद्यालय में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों का सहायक निदेशक डॉ चंडी प्रसाद घिल्डियाल ने किया शुभारंभ
देहरादून 23 दिसम्बर। कन्या गुरुकुल महाविद्यालय राजपुर रोड देहरादून में स्वामी श्रद्धानंद बलिदान दिवस धूमधाम से मनाया गया।
महाविद्यालय की प्राचार्य श्री संतोष ने बताया कि रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों का शुभारंभ शिक्षा एवं संस्कृत शिक्षा के सहायक निदेशक डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल ने दीप प्रज्वलित करके किया।
देश के विभिन्न प्रदेशों से उपस्थित छात्राओं के अभिभावकों, शिक्षिकाओं एवं छात्राओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि दबे कुचले वर्गों के बच्चों की पढ़ाई में सहायता करके हम उनका सम्मान समाज में स्थापित कर सकें तो यही स्वामी श्रद्धानंद जी के बलिदान दिवस पर उनको सच्ची श्रद्धांजलि होगी, और इसके लिए हम सबको मिलकर संकल्प लेना होगा मजबूत संकल्प शक्ति के द्वारा ही समाज में मूल्य आधारित मानदंडों की स्थापना की जा सकती है। उन्होंने अभिभावकों को विश्वास दिलाया कि कन्या गुरुकुल में उनके बच्चे सुरक्षित हाथों में अपने स्वर्णिम भविष्य की पटकथा लिख रहे हैं, आने वाला भविष्य संस्कृत का ही है।
महाविद्यालय में पहली बार पहुंचने पर मुख्य अतिथि डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल का फूल माला एवं पुष्पगुच्छ भेंट कर गर्मजोशी से स्वागत करते हुए वक्ताओं ने कहा कि उनकी विद्वता पूर्ण एवं कुशल प्रशासन क्षमता का आज पूरा विभाग कायल हो रहा है, उनके लगातार प्रयासों से आज पूरे शिक्षा विभाग में उत्तराखंड सरकार की मंशा के अनुरूप सकारात्मक हलचल चल रही है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्राचार्य सुश्री संतोष ने महाविद्यालय को समय देने के लिए सहायक निदेशक का आभार व्यक्त करते हुए सभी आगंतुकों का स्वागत सत्कार एवं धन्यवाद किया। कार्यक्रम का सफल संचालन विद्यालय की छात्राओं ने सामूहिक रूप से किया, इस अवसर पर छात्राओं द्वारा विभिन्न साहित्यिक एवं सांस्कृतिक रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए।
कार्यक्रम के अंत में मुख्य अतिथि ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कराटे प्रतियोगिता में स्थान प्राप्त करने वाली छात्राओं कुमारी लक्षिता चौधरी, बोध वी सिंह, सारिका एवं भूमिका शर्मा को प्रमाण पत्र एवं गोल्ड एवं सिल्वर मेडल देकर सम्मानित किया, उन्होंने इसके लिए छात्रों को कराटे ट्रेनिंग दे रहे एक्सपर्ट की भी तारीफ की।
मौके पर अभिभावकों में बिहार से उत्तम कुमार, इलाहाबाद से केजी सिंह, बिहार से ही कपिल देव प्रसाद सिंह सहित विभिन्न राज्यों से अभिभावक एवं विद्यालय कि शिक्षिकाएं एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।