क्षतिग्रस्त पुल निर्माण को लेकर उक्रांद का धरना
सभी पुलों की उच्चस्तरीय जांच की मांग
देहरादून 22 दिसम्बर। भोपालपानी क्षेत्र के अंतर्गत धन्याडी पुल के क्षतिग्रस्त होने पर उक्रांद ने मौके पर धरना देकर आक्रोश व्यक्त किया। और सभी पुलों की उच्च स्तरीय जांच की मांग की।
विदित हैं कि सन 2018 मे धन्याड़ी पुल का निर्माण हुआ था, निर्माण के एक वर्ष बाद पुल की एप्रोच रोड़ धंस गयी थी, जिसकी गुणवत्ता पर दल की ओर से सवाल सरकार व विभाग से किया तथा सरकार पर पुलों के निर्माण पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया।
बुधबार के दिन एक बार फिर यह पुल धंस गया था, जिससे पुल पर वाहनों की आवजाही बंद कर दी गयी थी, लेकिन रात्रि को पुल की पूरी एप्रोच रोड़ पूरी तरह से टूट गयी।
आज दल के द्वारा धरना देते हुए मीडिया प्रभारी शिव प्रसाद सेमवाल ने कहा कि एक यही पुल नहीं, बल्कि राज्य के सभी नव निर्मित पुल भ्रष्टाचार के भेंट चढ़ चुके हैं।
सेमवाल ने कहा कि धन्याडी पुल की एप्रोच रोड़ का गिरना स्पष्ट हैं कि विभाग से लेकर, भाजपा के नेता जो ठेकेदार बन गये हैं, साथ ही साथ 2018 के तात्कालिक मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने खुलमखुला कमीशन खायी हैं।
दल के उपाध्यक्ष सुनील ध्यानी ने कहा कि उत्तराखंड मे पूर्ववर्ती व वर्तमान मे जो भाजपानीत सरकार है, भ्रष्टाचार के आकंठ मे डूबे हैं। उन्होंने कहा कि पुल के निर्माण मे हुई लापरवाही के लिए ठेकेदार से लेकर विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों पर कड़ी कार्यवाही करें।
दल के महानगर अध्यक्ष बिजेंद्र रावत ने कहा कि केवल यही नहीं बल्कि सभी पुलों के गुणवत्ता तथा तकनीकी जाँच कमेटी सरकार अविलम्ब बनाये तथा किसी भी प्रकार की लापरवाही को दल कतई बर्दाश्त नहीं करेगा।
इस अवसर पर धरने मे पंकज पोखरियाल, अनमोल सक्सेना, अभिषेक, अनुज चौधरी, वीर सिंह रावत आदि थे।