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शिक्षकों के लिए आयोजित, “शैक्षिक लेखन शिक्षा विकास कार्यक्रम का कुलपति प्रो० एन० के० जोशी ने किया उद्घाटन 

शिक्षकों के लिए आयोजित, “शैक्षिक लेखन शिक्षा विकास कार्यक्रम का कुलपति प्रो० एन० के० जोशी ने किया उद्घाटन 
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ऋषिकेश/टिहरी 25 सितम्बर। श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय के फैकल्टी डेवलपमेंट सेंटर द्वारा दिनाँक 25 से 29 सितम्बर, 2023 तक आयोजित होने वाले “एकेडमिक राइटिंग- इनहसिंग स्कोलरिली स्किल्स ” विषयक फैकल्टी डेवलपमेंट कार्यक्रम का विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो० एन० के० जोशी ने दीप प्रज्वलन के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ किया । 

उद्घाटन संबोधन में कुलपति प्रो० एन. के. जोशी ने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि अकादमिक लेखन एक व्यवस्थित संक्षिप्त, स्पष्ट, और ध्यान केंद्रित लेखन की शैली है। गुणवत्तापूर्ण शोध कार्यों हेतु अकादमिक लेखन में निपुणता लानी आवश्यक है। उन्होंने कहा कि शोध का महत्वपूर्ण चरण रिपोर्ट लेखन होता है। इस आयोजन से प्रतिभागी लाभान्वित होंगे तथा अपने शोध कार्यों में अभिनव प्रयोग कर सकेंगे। विश्वविद्यालय फैकल्टी डेवलपमेंट सेंटर के द्वारा समय समय पर बहुविषयक ट्रेनिंग एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। प्रो० एन के जोशी कहा कि फैकल्टी डेवलपमेंट सेंटर शिक्षकों के पोषण में सहायक होगा, जो बदले में, हमारे छात्रों में सटीक सोच पैदा करेगा, नवाचार को बढ़ावा देगा और रचनात्मकता का पोषण करेगा, जिससे बड़े पैमाने पर शिक्षा और समाज के भविष्य की रक्षा होगी। 

अपने स्वागत सम्बोधन में पंडित ललित मोहन शर्मा परिसर ऋषिकेश के निदेशक प्रो महावीर सिंह रावत ने सभी अतिथियों, विषय विशेषज्ञों एवं प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए कहा कि इस आयोजन से प्रतिभागी लाभान्वित होंगे तथा अपने शोध कार्यों में अभिनव प्रयोग कर सकेंगे।

फैकल्टी डेवलपमेंट सेंटर की निदेशक प्रो अनीता तोमर ने इस एक सप्ताह तक चलने वाले फैकल्टी डेवलपमेंट कार्यक्रम के विभिन्न सत्रों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम में देश के विभिन्न उच्च शिक्षण संस्थानों के 78 प्राध्यापक एवं शोधार्थी प्रतिभाग कर रहे हैं। प्रो. अनीता तोमर ने कहा कि हमारे कार्यक्रम का मूल उद्देश्य प्रभावी शैक्षिक लेखन के मूल सिद्धांतों का ज्ञान प्रदान प्रदान करना है। इस प्राप्त ज्ञान का अनुप्रयोग करके प्रतिभागी विभिन्न प्रकार के शैक्षिक लेखन के बीच भिन्न किमों का अंतर कर सकेंगे। वे साहित्य समीक्षा, अनुसंधान प्रस्तावनाओं, और अनुसंधान पेपर लेखन कौशल विकसित कर सकेंगे। यह अनुसंधानकर्ताओं के बीच ऊर्जा को नया जीवन देगा और अनुसंधान की गुणवत्ता को और भी सुधारने के लिए लाभकारी होगा। इस प्रतिस्पर्धी युग में, हमें सही ज्ञान और सही उपकरण और मंचों के साथ स्वयं को लगातार अपस्किल करने के लिए योग्य बनने की आवश्यकता है। प्रो. अनीता तोमर ने कहा कि हमारा शिक्षक विकास केंद्र शैक्षिक उत्कृष्टता और अनुसंधान को बढ़ावा देने, शिक्षा और समाज के भविष्य को आकार देने के प्रति समर्पित है।

प्रथम दिन के तकनीकी सत्र में आई आई टी रुड़की के प्रो रजत अग्रवाल ने ट्रैड्स इन स्कोलरिली पब्लिकेशंस पर व्याख्यान दिया । ‌द्वितीय तकनीकी सत्र में गढ़वाल विश्वविद्यालय के प्रो अजय सेमल्टी ने एकेडमिक राइटिंग विषय पर व्याख्यान दिया। फैकल्टी डेवलपमेंट कार्यक्रम के समन्वयक डॉ गौरव वार्ष्णेय ने बताया 29 सितम्बर तक अनेक ख्यातिप्राप्त विषय विशेषज्ञों द्वारा व्याख्यान दिए जायेंगे। फैकल्टी डेवलपमेंट केंद्र के उप निदेशक डॉ अटल बिहारी त्रिपाठी ने सभी का आभार ज्ञापित किया उद्घाटन सत्र में डीन वाणिज्य संकाय प्रो कंचनलता सिन्हा, डीन विज्ञान संकाय प्रो जी. के. ढींगरा, डीन कला संकाय प्रो डी. सी. गोस्वामी, सहित ऋषिकेश परिसर के प्राध्यापक उपस्थित रहे।


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Govind Pundir

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