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उद्यमिता विकास कार्यक्रम: व्यापारिक मॉडल कैनवास और डिजिटल मार्केटिंग पर चर्चा

उद्यमिता विकास कार्यक्रम: व्यापारिक मॉडल कैनवास और डिजिटल मार्केटिंग पर चर्चा
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ऋषिकेश 3 अप्रैल। उद्यमिता विकास कार्यक्रम के छठे दिन, देवभूमि उद्यमिता संस्थान, देवभूमि उद्यमिता विकास योजना से आए उद्यमिता विशेषज्ञ मिस्टर कार्तिक्य रैना ने व्यापारिक मॉडल कैनवास और डिजिटल मार्केटिंग के बारे में रोचक , ज्ञानवर्धक और महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की।

कार्तिक्य रैना ने व्यापारिक मॉडल कैनवास के महत्वपूर्ण तत्वों पर ध्यान केंद्रित किया, जिसमें उन्होंने वित्तीय संरचना, ग्राहक संबंध, और आयामिक प्रस्तुतिकरण की महत्वपूर्णता पर चर्चा की। उन्होंने उद्यमिता के लिए स्थिर और सशक्त व्यापार मॉडल तैयार करने के तरीकों को भी विस्तार से समझाया । उन्होंने उद्यमिता के लिए एक मजबूत बिजनेस मॉडल तैयार करने के तरीकों पर भी जोर दिया और विभिन्न तत्वों को कैसे समाहित करना चाहिए, इस पर विस्तार से चर्चा की। साथ ही, डिजिटल मार्केटिंग के विशेष महत्व को बताते हुए, रैना ने उद्यमिता के लिए डिजिटल प्लेटफॉर्म का सफल उपयोग कैसे किया जा सकता है, इस पर गहराई से विचार किया। उन्होंने विभिन्न डिजिटल मार्केटिंग टूल्स और तकनीकों के माध्यम से व्यावसायिक प्रचार-प्रसार के लिए उपयोगी सुझाव दिए।

मिस्टर कार्तिक्य रैना के अनुभवशाली तथा ज्ञानवर्धक विचारों ने उपस्थित छात्रों को नए सोच की प्रेरणा प्रदान की। उन्होंने प्रतिभागियों को खेल के माध्यम से एक उद्यमी के गुण जैसे जोखिम लेने की क्षमता, नवाचार, त्वरित प्रभाव से निर्णय लेने के क्षमता इत्यादि गुणों का विश्लेषण किया। इस उद्यमिता विकास कार्यक्रम के छठे दिन में, युवाओं को उद्यमिता के क्षेत्र में नई दिशाएँ और उत्साह के साथ निकालने का मौका मिला और अपने व्यवसाय को बढ़ावा देने के तरीकों के बारे में जानकारी प्राप्त की।
देवभूमि उद्यमिता योजना की नोडल अधिकारी, प्रोफेसर अनिता तोमर प्रोफेसर अनीता तोमर ने उद्यमिता की महत्वपूर्ण भूमिका पर चर्चा की और उद्यमिता के क्षेत्र में युवाओं को प्रेरित करने के लिए सर्वोत्तम तकनीकी और व्यवसायिक ज्ञान की जरूरत को जताया। उन्होंने उद्यमिता के क्षेत्र में युवाओं के सामर्थ्य और संभावनाओं को बढ़ाने के लिए ऐसे कार्यक्रमों के आयोजन की महत्वपूर्णता को साझा किया, जो युवाओं को नए सोच की प्रेरणा देते हैं। प्रोफेसर तोमर ने छात्रों को इस कार्यक्रम के माध्यम से अपने कौशल को बढ़ाने और एक उद्यम हेतु व्यावहारिक ज्ञान बढ़ाने के लिये प्रोत्साहित किया।
श्रीदेव सुमन यूनिवर्सिटी के वाईस-चांसलर, माननीय प्रोफेसर एन.के. जोशी ने इस उद्यमिता विकास कार्यक्रम के महत्व को बताते हुए कहा, “यह उद्यमिता विकास कार्यक्रम हमारे विद्यार्थियों को नवीनतम व्यवसायिक दुनिया के साथ जोड़ने का माध्यम प्रदान करता है, जिससे उन्हें अपने भविष्य को संवारने के लिए बेहतर समझ मिलती है।


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Garhninad Desk

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