मानव-वन्यजीव संघर्ष पर रोक और फसल सुरक्षा की मांग को लेकर किसानों का सांकेतिक धरना, दिया ज्ञापन
टिहरी गढ़वाल 25 सितंबर 2024। पर्वतीय इलाकों में किसानों को जंगली जानवरों से हो रहे भारी नुकसान और मानव-वन्यजीव संघर्ष को रोकने की मांग को लेकर उत्तराखंड किसान सभा के सदस्यों ने कलेक्ट्रेट परिसर में सांकेतिक धरना दिया। किसानों ने जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपा, जिसमें राज्य में बढ़ती वन्यजीवों की गतिविधियों पर चिंता व्यक्त की गई।
ज्ञापन में कहा गया कि पर्वतीय क्षेत्रों में बंदर और जंगली सुअर झुंड बनाकर खेतों में फसलें तबाह कर रहे हैं, जिससे किसान बुरी तरह प्रभावित हो रहे हैं। इसके अलावा, आवारा पशुओं की भी समस्या बढ़ रही है। गांवों में गुलदार और भालू के हमलों का डर लगातार बना रहता है, जिससे मानव-वन्यजीव संघर्ष बढ़ता जा रहा है।
किसान सभा के जिलाध्यक्ष भगवान सिंह राणा ने कहा कि फसलों की सुरक्षा के लिए शासन प्रशासन को प्रभावी कदम उठाने चाहिए , निशुल्क फसल बीमा लागू किया जाए और फसल नुकसान की स्थिति में बाजार दर पर मुआवजा प्रदान किया जाए।
सांकेतिक धरने में उत्तराखंड किसान सभा के जिला अध्यक्ष भगवान सिंह राणा, जबर सिंह नेगी, श्रीपाल चौहान, कृष्णा कठैत, दिला राणा, गुलाब सिंह, जवाहर लाल, कृपाल सिंह कठैत, जोत सिंह सहित कई अन्य प्रमुख किसान नेता शामिल थे, जो इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर अपनी आवाज बुलंद कर रहे थे।