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बजरंग सेतु से खुलेगा विकास का मार्ग: 75% निर्माण कार्य पूर्ण, जल्द मिलेगी आवागमन की सुविधा

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टिहरी/18 अप्रैल, 2025। लक्ष्मण झूला सेतु के समीप गंगा नदी पर निर्माणाधीन बजरंग सेतु का कार्य तेजी से प्रगति पर है। मुख्यमंत्री की घोषणा के क्रम में निर्मित हो रहा यह 132.30 मीटर स्पान का नया झूला पुल अब 75 प्रतिशत पूरा हो चुका है। ₹6886.20 लाख की लागत से बनाए जा रहे इस आधुनिक सेतु के निर्माण से न केवल श्रद्धालुओं और पर्यटकों को राहत मिलेगी, बल्कि स्थानीय नागरिकों को भी सुविधा और रोजगार के अवसर मिलेंगे।

वर्ष 1929 में निर्मित ऐतिहासिक लक्ष्मण झूला पुल अब जर्जर स्थिति के कारण बंद किया जा चुका है। इसे ध्यान में रखते हुए शासन ने पास ही बजरंग सेतु के निर्माण की स्वीकृति दी है। इस सेतु की चौड़ाई 8 मीटर रखी गई है, जिसमें पैदल यात्रियों के लिए ग्लास डेक तथा हल्के वाहनों के लिए अलग व्यवस्था की गई है। सेतु के दोनों ओर केदारनाथ मंदिर की रूपरेखा वाले पायलन इसका विशेष आकर्षण होंगे।

जून तक पूरा होगा कार्य
लोक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता मनोज बिष्ट ने बताया कि गंगा नदी पर बन रहा यह सेतु टिहरी के तपोवन क्षेत्र को पौड़ी के स्वर्गाश्रम से जोड़ेगा। अभी तक 53 सेगमेंट में से 46 सेगमेंट लगाए जा चुके हैं। 21 अप्रैल तक डैक का काम पूरा हो जाएगा और जून 2025 तक पूरा पुल बनकर तैयार हो जाएगा।

पर्यटन और स्थानीय अर्थव्यवस्था को मिलेगा बढ़ावा
यह क्षेत्र ऋषिकेश, मुनिकीरेती, तपोवन और स्वर्गाश्रम जैसे प्रसिद्ध स्थानों से घिरा है, जो योग नगरी और धार्मिक केंद्र के रूप में वैश्विक स्तर पर प्रसिद्ध हैं। बजरंग सेतु के निर्माण से न केवल आवागमन आसान होगा बल्कि पर्यटन को भी नया जीवन मिलेगा। इससे स्थानीय व्यापार, होटल, दुकानदारों और सेवाओं में भी वृद्धि की पूरी संभावना है।

जिलाधिकारी मयूर दीक्षित के मार्गदर्शन में हो रहे इस निर्माण कार्य को लेकर स्थानीय प्रशासन पूर्ण रूप से सक्रिय है। यह सेतु भविष्य में उत्तराखंड की धार्मिक और पर्यटन छवि को नई ऊंचाई प्रदान करेगा।


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Govind Pundir

*** संक्षिप्त परिचय / बायोडाटा *** नाम: गोविन्द सिंह पुण्डीर संपादक: गढ़ निनाद न्यूज़ पोर्टल टिहरी। उत्तराखंड शासन से मान्यता प्राप्त वरिष्ठ पत्रकार। पत्रकारिता अनुभव: सन 1978 से सतत सक्रिय पत्रकारिता। विशेषता: जनसमस्याओं, सामाजिक सरोकारों, संस्कृति एवं विकास संबंधी मुद्दों पर गहन लेखन और रिपोर्टिंग। योगदान: चार दशकों से अधिक समय से प्रिंट व सोशल मीडिया में निरंतर लेखन एवं संपादन वर्तमान कार्य: गढ़ निनाद न्यूज़ पोर्टल के माध्यम से डिजिटल पत्रकारिता को नई दिशा प्रदान करना।

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