मुख्य न्यायमूर्ति की उपस्थिति में टिहरी में वृहद विधिक सेवा शिविर संपन्न

टिहरी गढ़वाल 12 अक्टूबर 2025 । रविवार को मार्डन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, ढालवाला (टिहरी गढ़वाल) में वृहद विधिक सेवा एवं जागरूकता शिविर आयोजित किया गया। उद्घाटन मा. न्यायमूर्ति गुहनाथन नरेन्दर, मुख्य न्यायमूर्ति उच्च न्यायालय उत्तराखण्ड ने दीप प्रज्वलित कर किया।
इस अवसर पर मा. न्यायमूर्ति मनोज कुमार तिवारी, जिला न्यायाधीश अमित कुमार सिरोही, रजिस्ट्रार जनरल योगेश कुमार गुप्ता, सदस्य सचिव प्रदीप कुमार मणि, जिलाधिकारी नितिका खण्डेलवाल व एसएसपी आयुष अग्रवाल सहित कई गणमान्य उपस्थित रहे।
मुख्य न्यायमूर्ति ने कहा कि यह शिविर न्याय और शासन की सेवाओं को जनता के द्वार तक पहुँचाने का प्रयास है। उन्होंने नालसा के तहत आपदा पीड़ितों और नशा पीड़ितों को निःशुल्क विधिक सहायता उपलब्ध कराने की बात कही। मा. न्यायमूर्ति मनोज कुमार तिवारी ने कहा कि विधिक सेवा प्राधिकरण का उद्देश्य समाज के अंतिम व्यक्ति तक न्याय व सहायता पहुँचाना है।
सदस्य सचिव प्रदीप मणि ने बताया कि वन विलेज वन पीएलवी योजना के तहत उत्तराखण्ड में साढ़े 15 हजार पीएलवी सक्रिय हैं और नेशनल लोक अदालत में राज्य देश में प्रथम स्थान पर रहा है।
शिविर में एएसपी जे.आर. जोशी ने साइबर अपराधों पर जानकारी दी, जबकि एसडीआरएफ के प्रमोद रावत ने आपदा रेस्क्यू कार्यों की जानकारी साझा की। इस अवसर पर मुख्य अतिथि द्वारा अटल आवास योजना, श्रम विभाग व बाल विकास विभाग के अंतर्गत पात्र लाभार्थियों को चेक, व्हीलचेयर, बैसाखी व मुख्यमंत्री महालक्ष्मी किट वितरित किए गए।
गीता प्रेस, मधुबन संस्था व अन्य सामाजिक संगठनों द्वारा बंदियों व आपदा प्रभावितों को पुस्तकें, राहत किट व कंबल प्रदान किए गए। साथ ही नशामुक्ति पर नुक्कड़ नाटक व सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए।
शिविर में विधिक सेवा प्राधिकरण, समाज कल्याण, स्वास्थ्य, श्रम, पशुपालन, उद्योग, बाल विकास सहित विभिन्न विभागों द्वारा स्टॉल लगाकर योजनाओं की जानकारी दी गई।
कार्यक्रम में अपर जिला जज नसीम अहमद, प्रधान कुटुंब न्यायाधीश अब्दुल कय्यूम, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट मिथलेश पाण्डेय, एडीएम अवधेश कुमार, डीवीओ मो. असलम, अधिवक्ता, अधिकारी, मीडिया प्रतिनिधि एवं आमजन बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।