गणित और कृत्रिम बुद्धिमत्ता के संगम पर प्रेरक व्याख्यान

ऋषिकेश, 16 अक्टूबर। पंडित ललित मोहन शर्मा परिसर, श्री देव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय, ऋषिकेश के गणित विभाग में आज “गणित की मूलभूत अवधारणाएँ एवं कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) के गणितीय आधार — सातत्य एवं अनुकूलन की भूमिका” विषय पर एक प्रेरणादायक गेस्ट लेक्चर का आयोजन किया गया।
मुख्य वक्ता प्रो. नरेंद्र कुमार सिजवाली, एम.बी. राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, हल्द्वानी (नैनीताल) ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए बताया कि सातत्य (Continuity), सीमा (Limit), अभिसरण (Convergence) और अनुकूलन (Optimization) जैसे गणितीय सिद्धांत ही आधुनिक AI की नींव हैं। उन्होंने समझाया कि Neural Network, Machine Learning और Gradient Descent जैसी तकनीकें इन्हीं गणितीय अवधारणाओं पर आधारित हैं।
प्रो. सिजवाली ने कहा, “यदि गणित की नींव मजबूत हो, तो विद्यार्थी किसी भी आधुनिक तकनीक को समझने और विकसित करने में अग्रणी बन सकता है।” उन्होंने गणित को केवल सैद्धांतिक नहीं बल्कि तकनीक और समाज के विकास का आधार बताया।
विभागाध्यक्ष प्रो. अनीता तोमर ने कहा कि गणित हमें सोचने, तर्क करने और सटीकता से समस्या समाधान की क्षमता प्रदान करता है। उन्होंने बताया कि विभाग निरंतर अपने विद्यार्थियों को देश के श्रेष्ठ विद्वानों से जोड़ने का प्रयास कर रहा है।
कार्यक्रम का संयोजन प्रो. दीपा शर्मा और डॉ. पवन जोशी द्वारा किया गया। धन्यवाद ज्ञापन प्रो. दीपा शर्मा ने प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि इस व्याख्यान ने विद्यार्थियों को यह समझने का अवसर दिया कि गणित आधुनिक विश्व के हर नवाचार की जड़ में है।
संवाद सत्र में विद्यार्थियों ने सातत्य, असातत्य और फलनों के व्यवहार पर प्रश्न पूछे, जिनका प्रो. सिजवाली ने सरलता से उत्तर दिया। विद्यार्थियों ने व्याख्यान को “प्रेरणादायक, आधुनिक और चिंतनशील” बताते हुए ऐसे कार्यक्रम नियमित रूप से आयोजित करने का अनुरोध किया।