स्नातकोत्तर महाविद्यालय कोटद्वार को विश्वविद्यालय बनाने का सुझाव, और शीघ्र ही सभी महाविद्यालयों में सत-प्रतिशत फैकल्टी उपलब्ध कराने की घोषणा
गढ़ निनाद समाचार * 6 अगस्त 2020
कोटद्वार: डॉo पीo दo बo हिo राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय कोटद्वार में माननीय कैबिनेट मंत्री – वन एवं वन्य जीव पर्यावरण एवं ठोस अपशिष्ट, श्रम, सेवायोजन, आयुष एवं आयुष शिक्षा डॉ0 हरक सिंह रावत, माननीय राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार – उच्च शिक्षा, सहकारिता विकास एवं प्रोटोकॉल डॉ० धन सिंह रावत एवं माननीय सांसद पौड़ी गढ़वाल श्री तीरथ सिंह रावत द्वारा महाविद्यालय के निर्माणाधीन बी० एड०, बहुउद्देशीय हाल का शिलान्यास किया गया।
कार्यक्रम का प्रारंभ सभी सम्मानित अतिथियों द्वारा मां सरस्वती का दीप प्रज्वलन कर किया गया। महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो० जानकी पंवार ने समस्त अतिथियों का शाल एवं स्मृति चिन्ह देकर स्वागत एवं अभिनंदन किया। प्राचार्या ने महाविद्यालय की प्रगति आख्या प्रस्तुत करने के साथ ही महाविद्यालय की समस्त शैक्षणिक और शिक्षणेत्तर गतिविधियों से अवगत कराया। साथ ही प्राचार्या ने महाविद्यालय की समस्याओं से भी माननीय मंत्री जी को अवगत कराया। कार्यक्रम का संचालन महाविद्यालय के वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ० डी०एम० शर्मा के द्वारा किया गया।
विधायक लैंसडौन श्री महंत दिलीप रावत जी ने उच्च शिक्षा में मंत्री जी द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना की। गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह रावत ने सभी छात्रों के भविष्य के लिए शिक्षा को सशक्त माध्यम बताया। कैबिनेट मंत्री डॉ० हरक सिंह रावत ने सर्वप्रथम महाविद्यालय को एक माह के भीतर 0.93 हेक्टेयर वन भूमि को नि:शुल्क हस्तांतरण करने के लिए कहा। साथ ही मंत्री ने कोटद्वार महाविद्यालय को विश्वविद्यालय बनाने के लिए भी विचार रखा और कहा कि वह शीघ्र ही महाविद्यालय के लिए खेल का मैदान, कैंटीन, रंगाई पुताई का कार्य, छतों की मरम्मत का कार्य और फर्नीचर उपलब्ध कराएंगे।
डॉ० धन सिंह रावत ने अपने सकारात्मक और ऊर्जावान उद्बोधन में सर्वप्रथम बताया कि 34 साल बाद नवीन शिक्षा नीति बनाई गई है। डॉ० रावत ने अमरेला एक्ट के बारे में भी बताया और कहा कि 9 नवंबर को सभी महाविद्यालयों के लिए वाईफाई, इंटरनेट और सोलर पैनल जैसी सुविधाओं का लोकार्पण किया जाएगा। मंत्री ने बताया कि शीघ्र ही प्रदेश के सभी महाविद्यालयों में 100% फैकल्टी उपलब्ध कराई जाएगी। कोटद्वार महाविद्यालय को किताबों के लिए 15 लाख रुपए, कंप्यूटर के लिए 13 लाख रुपए, प्रिंटर के लिए 3 लाख रुपए, खेल के सामान के लिए 3 लाख रुपए, फर्नीचर के लिए ढाई लाख रुपए उपलब्ध कराने के लिए आश्वस्त किया। साथ ही आश्वस्त किया कि महाविद्यालय में पढ़ाई सुचारू रूप से चलती रहे और महाविद्यालय की सभी समस्याओं को वह शीघ्र निस्तारित करेंगे।
इस अवसर पर महाविद्यालय में मुख्य अतिथियों के द्वारा महाविद्यालय में 29 जुलाई को संपन्न हुए अंतरराष्ट्रीय वेबीनार की पुस्तक का लोकार्पण किया। साथ ही साथ सभी सम्मानित अतिथियों ने महाविद्यालय में एन०सी०सी० के छात्र-छात्राओं को एक भारत श्रेष्ठ भारत सप्ताह के अंतर्गत प्राप्त हुए मेडल और प्रशस्ति पत्रो का भी वितरण किया। अतिथियों ने महाविद्यालय की एन०सी०सी० प्रभारी डॉ० तनु मित्तल को भी प्रशस्ति-पत्र एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।
इस अवसर पर राजेंद्र अर्थवाल जी, राज्यमंत्री गोरक्षा, नरेंद्र रावत जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष, संपत सिंह रावत, जिलाअध्यक्ष पौड़ी, पूर्व जिलाध्यक्ष शैलेंद्र सिंह बिष्ट, जंग बहादुर रावत, महामंत्री, भावर मंडल अध्यक्ष चंद्रमोहन जसोला जी, विनोद रावत, सीपी नैथानी, पूर्व जिला महामंत्री वीरेंद्र रावत, मंडल महामंत्री गौरव जोशी, राजकीय महाविद्यालय, भावर के प्राचार्य प्रो० विजय अग्रवाल, डॉ0 अनुराग शर्मा, महाविद्यालय कोटद्वार से डॉ0 एम० डी० कुशवाहा, डॉ० निरंजना शर्मा, डॉ० सीमा चौधरी, डॉ० महंत मोर्य, डॉ० अनुराग अग्रवाल, डॉ0 स्मिता बडोला, डॉ0 पी० डी० अग्रवाल, डॉ० स्वाति नेगी, महाविद्यालय के समस्त शिक्षण और शिक्षणेत्तर कर्मचारी, महाविद्यालय का छात्र संघ अध्यक्ष हिमांशु बहूखंडी, उपाध्यक्ष अतुल डोबरियाल, मेघा कुलाश्री और समस्त पदाधिकारी उपस्थित रहे।