फॉरेस्ट गार्ड भर्ती के लिए अब नई नियमावली-डॉ हरक सिंह
नई टिहरी। सूबे के कैबिनेट मंत्री एवं टिहरी जिले के प्रभारी डॉ.हरक सिंह रावत ने जिला मुख्यालय स्थित के ब्लॉक में हरेला कार्यक्रम के तहत रुद्राक्ष के पौधे का रोपण कर कार्यक्रम की शुरुआत की। हरक सिंह रावत ने कहा कि पर्यवर्णीय संतुलन बनाए रखने के लिए हर व्यक्ति को पेड़ लगाना चाहिए।
शनिवार को टिहरी पहुंचे डॉ हरक सिंह रावत, टिहरी विधायक धन सिंह नेगी, जिला पंचायत अध्यक्ष सोना सजवाण, देवप्रयाग विधायक विनोद कंडारी, टिहरी नगर पालिका अध्यक्ष सीमा कृशाली, डीएम इवा आशीष श्रीवास्तव, सीडीओ नमामि बंसल और डीएफओ कोकोरोसो ने के ब्लाक में विभिन्न प्रजाति के वृक्ष रोप कर पर्यावरण को बचाने का संदेश दिया।
इस मौके पर डॉ रावत ने कहा कि उत्तराखंड में सुसंगत भू-कानून बने हम भी चाहते हैं। कहा जब मैं राजस्व मंत्री था, उस समय भी भू-कानून और चकबंदी को लेकर हमने बातचीत की थी लेकिन कार्य आगे नहीं बढ़ पाया।
प्रभारी मंत्री ने कहा कि फॉरेस्ट गार्ड भर्ती प्रक्रिया में संशोधन किया जा रहा है। पहले शैक्षिक योग्यता इंटर थी और उम्र 24 साल थी। इस बाध्यता को समाप्त कर उम्र 28 साल कर दी है। अब इंटर कला और वाणिज्य वर्ग के अभ्यर्थियों को लाभ मिलेगा। कहा कि फॉरेस्ट गार्ड की भर्ती पहले की तरह जिला स्तर पर होगी इसके मानक भी वैसे होने चाहिए जैसे पुलिस की भर्ती के हैं। कहा कि हाईकोर्ट ने भी निर्देश दिए हैं कि जंगलों को आग से बचाने के लिए जल्द से जल्द इन पदों को भरा जाए।
डॉ रावत ने ऊर्जा विभाग में खरीद और वितरण में घोटाले के सवाल पर कहा कि इसके लिए जांच कमेटी बनाई है। बिजली की खरीद पर में भी पारदर्शिता हो इसके लिए अलग विंग बनाई गई है। अगर हम थोड़ा सस्ती बिजली खरीदेंगे तो उससे करोड़ों का फायदा होगा, ताकि हम लोगों को फ्री बिजली दे पाएंगे। इसके लिए इंदु कुमार पांडे समिति की रिपोर्ट को लागू किया जाएगा।