सावन के सोमवार, व्रत को करने से पहले जान लें इसका महत्व और विधि
सावन महीने का महत्व
हिन्दू धर्म में सावन के महीने का विशेष महत्व है। मान्यता है कि भगवान शिव की आराधना के लिए सावन मास सर्वश्रेष्ठ होता है। सावन में सोमवार के दिन व्रत रखकर भगवान शिव की उपासना को विशेष फलदायी माना जाता है। सावन मास में ही कावड़ यात्रा का आयोजन भी होता है। वैसे तो पूरा श्रावण मास ही भगवान भोलेनाथ की पूजा के लिए अत्यंत शुभ है लेकिन श्रावण मास में पड़ने वाले सोमवार को अत्यंत मंगलकारी माना गया है।
सावन के सोमवार में भगवान शिव का अभिषेक नवग्रहों का दोष दूर करता है। सावन मास में सोमवार की पूजा का विशेष महत्व बताया गया है। मान्यता है कि सावन के सोमवार में भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करने से अत्यंत शुभ फल प्राप्त होते हैं और सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
जानते हैं किन तिथियों को हैं सोमवार
पहला सावन सोमवार व्रत- 26 जुलाई 2021
दूसरा सावन सोमवार व्रत- 2 अगस्त 2021
तीसरा सावन सोमवार व्रत- 9 अगस्त 2021
चौथा सावन सोमवार व्रत-16 अगस्त 2021
व्रत करने के विधि
सोमवार के दिन प्रातःकाल उठकर सबसे पहले पानी में काला तिल मिलाकर स्नान करें। इसके बाद पवित्र मन से भगवान शिव का स्मरण करते हुए सोमवार व्रत का संकल्प लें। फिर शिवलिंग की सफेद फूल, सफेद चंदन, पंचामृत, चावल, सुपारी, बेल पत्र, आदि से पूजा करें। पूजा के दौरान “ॐ सों सोमाय नमः:” का मंत्र लगातार जपते रहें। शिव के मंत्र का जप हमेशा रुद्राक्ष की माला से करें।
कब करें सोमवार व्रत का उद्यापन
सोमवार के व्रत का उद्यापन श्रावण, वैशाख, कार्तिक, चैत्र एवं मार्गशीर्ष आदि मासों में ही करना चाहिए। श्रावण के सोमवार में नमक का सेवन नहीं करना चाहिए। हालांकि यह नियम बीमार व्यक्तियों पर नहीं लागू होता है।