’एकल-उपयोग प्लास्टिक के उपयोग के परिवर्जन के लिए जागरूकता कार्यक्रम’ का आयोजन
 
						देहरादून। एकल उपयोग प्लास्टिक एक गंभीर वैश्विक पर्यावरणीय चिंता का विषय है क्योंकि यह पानी, मिट्टी और हवा को प्रदूषित कर रहा है। पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय को ’आजादी का अमृत महोत्सव’ समारोह के अंतर्गत निदर्शनात्मक एवं प्रभावशाली आयोजन के लिए 4 से 10 अक्टूबर 2021 के सप्ताह को आइकॉनिक सप्ताह के रूप में आयोजित करने के लिए आवंटित किया गया है।
माननीय प्रधानमंत्री के 2022 तक एकल-उपयोग प्लास्टिक को समाप्त करने के आह्वान को ध्यान में रखते हुए आइकॉनिक सप्ताह समारोह के लिए ’एकल-उपयोग प्लास्टिक के उपयोग के परिवर्जन के लिए जागरूकता कार्यक्रम’ को एक विषय निर्धारित किया गया है।
एकल उपयोग प्लास्टिक के उपयोग से बचने हेतु जागरूकता उत्पन्न करने के लिए भा.वा.अ.शि.प. पूरे देश में अभियान आयोजित कर रहा है। आयोजनों की इस कड़ी में डॉ. विनीत कुमार, वैज्ञानिक- जी, भा.वा.अ.शि.प. द्वारा 7 अक्टूबर को ‘पर्यावरणीय सुरक्षा हेतु एकल उपयोग प्लास्टिक के उपयोग से परिवर्जन’ विषय पर व्याख्यान दिया।
इस अवसर पर श्री ए.एस. रावत, महानिदेशक, भा.वा.अ.शि.प. ने इस विषय का प्रारंभ किया और व.अ.सं. परिसर को 2022 तक कचरा मुक्त परिसर बनाने का आह्वान किया।
डॉ. सुधीर कुमार, उप महानिदेशक (विस्तार), विस्तार निदेशालय ने सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया।
इस अवसर पर श्री एस.डी. शर्मा, उप महानिदेशक (अनुसंधान), श्री आर.के. डोगरा, उप महानिदेशक (प्रशासन), श्री अनुराग भारद्वाज, निदेशक (अंतर्राष्ट्रीय सहयोग) एवं समस्त सहायक महानिदेशक, सचिव, भा.वा.अ.शि.प., वैज्ञानिक, अधिकारी, एवं कार्मिक उपस्थित थे।
डॉ. गीता जोशी, सहायक महानिदेशक (मीडिया एवं विस्तार), भा.वा.अ.शि.प. ने कार्यक्रम का संचालन एवं धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया।
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