अन्याय पर न्याय की जीत है कृष्ण जन्म — डाक्टर सुरेश चरण बहुगुणा
रायवाला हरिद्वार। माँ उमा देवी घिल्डियाल के वार्षिक श्राद्ध के अवसर पर प्रतीतनगर रायवाला में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के पांचवे दिन कथा वाचक डॉक्टर आचार्य सुरेश चरण बहुगुणा के श्रीमुख से भगवान श्रीकृष्ण की जन्म कथा का प्रसंग सुनकर श्रद्धालु भाव विभोर हो उठे।
उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने अपने भक्तों का उद्धार व पृथ्वी को दैत्य शक्तियों से मुक्त कराने के लिए अवतार लिया था। उन्होंने कहा कि जब-जब पृथ्वी पर धर्म की हानि होती है, तब-तब भगवान धरती पर अवतरित होते हैं। भगवान श्रीकृष्ण के जन्म का प्रसंग व उनके जन्म लेने के गूढ़ रहस्यों को कथा व्यास ने बेहद संजीदगी के साथ सुनाया।
कथा प्रसंग सुनाते हुए कथा व्यास ने बताया कि जब अत्याचारी कंस के पापों से धरती डोलने लगी, तो भगवान कृष्ण को अवतरित होना पड़ा। सात संतानों के बाद जब देवकी गर्भवती हुई, तो उसे अपनी इस संतान की मृत्यु का भय सता रहा था। भगवान की लीला वे स्वयं ही समझ सकते हैं। भगवान कृष्ण के जन्म लेते ही जेल के सभी बंधन टूट गए और भगवान श्रीकृष्ण गोकुल पहुंच गए।
इस दौरान नृसिंह पीठाधीश्वर स्वामी रसिक महाराज, पूर्व कैबिनेट मंत्री श्री शूरवीर सिंह सजवाण,पत्रकार दीपांकर भटट्, कैलाशाचार्य जी, डॉक्टर चण्डी प्रसाद घिल्डियाल, राकेश चमोली, वीरेन्द्र नौटियाल, मुकेश तिवाड़ी, जमुना प्रसाद झिल्डियाल, गंगा प्रसाद, मुकेश कण्डवाल, साध्वी माँ देवेश्वरी, रानी गौड़, रविता बड़थ्वाल एवं बड़ी संख्या में श्रोता उपस्थित रहे।