नशा मुक्त बचपन राष्ट्र का गौरव ..डॉ हृदयेश कमार
नशा ! बच्चों की मासूमियत छीन कर बना रहा क्रूर .डॉ एम पी सिह
फरीदाबाद/हरियाणा । किसी भी देश का भविष्य और देश का विकास देश के स्वस्थ्य युवाओं पर टिका होता है देश की युवा पीढ़ी अगर गलत रास्ते पर चली जाए तो निश्चित तौर पर उनका जीवन अंधकार में चला जाता है देश के युवा वर्ग को जिंदगी के हर पहलू को जीने की इच्छा होती है,युवा वर्ग नशे को स्टेटस सिंबल के रूप में देख रहा है।
यह दुखद है कि वे अपनी जश्न पार्टी की शुरूआत ही नशे से करते हैं, परिणाम स्वरूप बचपन न सिर्फ रोगों की खान बन रहा है, बल्कि परिवार को समय पूर्व बीमारी से आजीवन के लिए कर्जगीर भी बना रहा है।
उपरोक्त बात नशा मुक्त समाज आंदोलन अभियान कौशल के तहत सोसाइटी योग ज्योति इंडिया के तत्वाधान में नगर निगम माध्यमिक उच्चतर विद्यालय जूही के सहयोग से बाल दिवस के परिपेक्ष्य में आयोजित मां भारती का संदेश नशा मुक्त हो भारत देश मानव श्रंखला के समापन पर हुई स्वास्थ्य सभा में अंतरराष्ट्रीय नशा मुक्त अभियान के प्रमुख नशा मुक्त समाज आंदोलन अभियान मे अखिल भारतीय मानव कल्याण ट्रस्ट के संस्थापक डॉ हृदयेश कमार ने कही और आगे कहा कि इस बाल दिवस पर सभी स्कूल प्रार्थना के बाद बच्चों को नशे के रोग से बचाने का संदेश व नशा मुक्त अमृत संकल्प कराकर सार्थकता प्रदान करें,क्योंकि बच्चे भी हुक्काबारों की शोभा बढ़ा रहे हैं। नशे के व्यापार करने वाले लगातार अपनी खपत बढ़ाने के लिए बच्चों को ग्लैमरस तरीके से भटका कर अपना रेगुलर ग्राहक बना रहे हैं।
अखिल भारतीय मानव कल्याण ट्रस्ट के राष्टिय अध्यक्ष डॉ एम पी सिंह ने बताया कि नशा बचपन की मासूमियत छीनकर क्रोधी बना रहा है, किसी भी चेहरे की रौनक बढ़ाने वाली मासूमियत इंसानी जिंदगी के साथ सफर करती है एक बच्चे के जन्म लेने उसके बड़े होने और जीवन के अंतिम दौर तक वह उसके साथ होती है यह एक नन्हे पौधे की तरह पैदा होती है और बढ़ती है जो देखभाल पाकर एक फलदार पेड़ बनती है ना देखभाल के कुंम्हला जाती है ठीक वैसे ही मासूमियत भी साज,संभाल और पोषण मांगती है। इसमें राष्टिय प्रभारी डी पी सिह और राष्टिय सचिव के एल अग्रवाल की अहम भूमिका रही।
इससे पूर्व विद्यालय की प्राचार्या शशि किरण पांडे ने मुख्य अतिथि योग गुरु ज्योति बाबा का स्वागत पुष्पगुच्छ भेंट कर करते हुए कहा कि भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए बच्चों व किशोरों को नशे के रोग से बचाना ही होगा,तभी हम भारत को दुनिया का आध्यात्मिक गुरु बना सकते हैं। छात्राओं ने जोरदार नारे नशे की आदत,देगी बीमारियों की दावत, अपना नहीं तो परिवार का ख्याल करो,नशा छोड़ कर सब का कल्याण करो,काम ना काज का,यह नशा है दुश्मन जान का इत्यादि लगाए। अंत में ज्योति बाबा ने सभी को नशा मुक्त अमृत संकल्प कराया।