श्रीमद्भागवत गीता का ज्ञान मानव सभ्यता का सबसे श्रेष्ठ ज्ञान है – डॉक्टर घिल्डियाल
कसिगा विद्यालय में हुआ अंतर विद्यालय गीता प्रतियोगिता का आयोजन
देहरादून 30नवम्बर। श्रीमद्भागवत गीता का ज्ञान मानव सभ्यता का सबसे श्रेष्ठ ज्ञान है ,इसमें कोई कर्म ढूंढ लेता है ,तो कोई धर्म ढूंढ लेता है, कोई शांति ढूंढ लेता है तो कोई क्रांति ढूंढ लेता है इसके अंदर सभी कुछ ज्ञान विज्ञान समाहित है।
उपरोक्त विचार सहायक निदेशक शिक्षा डॉ चंडी प्रसाद घिल्डियाल ने कसिगा विद्यालय देहरादून में आयोजित” प्रोग्रेसिव प्रिंसिपल्स एसोसिएशन” द्वारा आयोजित अंतर विद्यालय गीता प्रतियोगिता का मुख्य अतिथि के रूप में दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ करते हुए व्यक्त किए।
अपने संक्षिप्त संबोधन में डॉ घिल्डियाल ने कहा कि अंग्रेजी माध्यम के छात्र-छात्राओं द्वारा गीता के श्लोकों का स्पष्ट उच्चारण और श्रीमद् भगवत गीता के प्रति निष्ठा का प्रदर्शन अपने आप में अद्भुत है, उन्होंने सफल आयोजन के लिए विद्यालय के प्रधानाचार्य एवं पूरी टीम को हार्दिक बधाई देते हुए विजेता टीमों को पुरस्कार प्रदान करते हुए उनके प्रधानाचार्य एवं शिक्षकों के लिए शुभकामना संदेश प्रेषित किया।
उन्होंने यह भी कहा कि सदियों तक जो देश गुलाम रहा हो उसका अस्तित्व फिर भी बना रहा उसका मुख्य कारण भारत की गाय, गंगा, गीता ,गणेश और गायत्री के प्रति अटूट आस्था है इनकी वजह से ही भारत एक दिन जगतगुरु बना था और फिर से बनेगा।
प्रतियोगिता में दी टोंस ब्रिज स्कूल की टीम ने प्रथम स्थान प्राप्त किया, मानव भारती पब्लिक स्कूल की टीम ने द्वितीय स्थान और दून कैंब्रिज स्कूल की टीम ने तीसरा स्थान प्राप्त किया, संत कबीर अकादमी एवं दून इंटरनेशनल स्कूल ने सांत्वना पुरस्कार प्राप्त किए।
विद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ एसएस राजपूत ने कार्यक्रम में पहुंचने पर मुख्य अतिथि सहायक निदेशक डॉ चंडी प्रसाद घिल्डियाल को पुष्पगुच्छ, शॉल एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर स्वागत करते हुए मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रण स्वीकार करने के लिए उनका एवं निर्णायक मंडल तथा सभी टीम प्रभारियों का धन्यवाद अदा किया
इस अवसर पर देहरादून के नामी-गिरामी पब्लिक स्कूलों की टीमें शामिल हुई मौके पर कर्नल विनीत सिंह मशहूर नेत्र चिकित्सक डॉ राजेश तिवारी राज्यपाल के भाषा अनुवादक संजू प्रसाद ध्यानी, हिमालयन आयुर्वैदिक कॉलेज के प्रोफेसर डॉक्टर नवीन जसोला, असिस्टेंट प्रोफेसर डॉक्टर आनंद जोशी ने निर्णायक की भूमिका निभाई कार्यक्रम का संचालन विद्यालय की भाषा विभाग की प्रमुख डॉ नूतन स्मृति एवं सीनियर छात्राओं ने संयुक्त रूप से किया।