सिद्धार्थ ज्वेलर्स लूट का आरोपी कश्मीर से गिरफ्तार
पुलिस टीम को किया पुरस्कृत
गढ़ निनाद समाचार (जीएनएस)
देहरादून/नई टिहरी, 5 जनवरी 2020
राजधानी के सरस्वती विहार स्थित सिद्धार्थ ज्वेलर्स में हुई बहुचर्चित लूट मामले में पुलिस को देर से ही सही पर सफलता मिली है। पुलिस ने लूट के आरोपित मोहम्मद विशाल पुत्र शमशाद को कश्मीर से गिरफ्तार कर लिया है। जबकि पश्चिमी उत्तर प्रदेश गैंग के दो अन्य आरोपित बिजनौर में हत्या के मामले में जेल में बंद हैं। जिन्हें बी वारंट पर दून लाने की तैयारी की जा रही है। वहीं लूट का चौथा आरोपी फरार है।
डीआइजी अरुण मोहन जोशी और एसपी सिटी श्वेता चौबे ने बताया कि 15 अप्रैल 2019 को सरस्वती विहार में सिद्धार्थ ज्वेलर्स की दुकान में कुछ हथियारबंद नकाबपोश बदमाशों ने लूट की घटना को अंजाम दिया था। वादी लवि रस्तोगी पत्नी सुबोध रस्तोगी निवासी सिद्धार्थ ज्वेलर्स, ए ब्लॉक, थाना नेहरू कॉलोनी द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर थाना नेहरू कॉलोनी में अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। पुलिस ने घटनास्थल पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली तो दो हथियारबंद व्यक्ति चेहरे पर रुमाल बांधकर दुकान के अंदर आते हुए दिखाई दिए। इनमें से एक के हाथ में पिस्टल थी।
मामले का खुलासा करने के लिए उपनिरीक्षक दीपक धारीवाल को एसएसपी कार्यालय में संबद्ध करते हुए नए सिरे से मामले की जांच करने के लिए योजना बनाई गई। सीमावर्ती जनपदों से सूचनाएं संकलित की गई। बिजनौर में मुखबिर से सूचना मिली कि सीसीटीवी फुटेज में दिखने वाला एक अभियुक्त नजीबाबाद का रहने वाला है, जो कि इस समय कश्मीर में रह रहा है। सूचना पर पुलिस टीम ने आरोपित मोहम्मद विशाल निवासी ग्राम तिलोकावाला, नजीबाबाद जिला बिजनौर हाल निवासी हाबलिस थाना देवसर कुलगाम कश्मीर को गिरफ्तार कर लिया। तीन जनवरी को कश्मीर में ही न्यायालय के समक्ष पेश कर आरोपित का ट्रांजिट रिमांड लेकर देहरादून लाया गया।
जोशी के अनुसार बदमाशों का आपराधिक रिकॉर्ड बताते हुए कहा कि सहनवाज अंसारी बिजनौर का शातिर बदमाश है, जिसके विरुद्ध थाना नजीबाबाद में हत्या और नेहरू कॉलोनी में लूट का मुकदमा दर्ज है। वहीं छोटा दानिश, दानिश पुत्र तौकीर और मुकीम के खिलाफ थाना नजीबाबाद में हत्या, नेहरू कॉलोनी में लूट, नजीबाबाद में चोरी, थाना नजीबाबाद में हत्या का प्रयास, नजीबाबाद में हत्या और गैंगस्टर के मुकदमें दर्ज हैं। घटना का अनावरण करने वाली पुलिस टीम को डीआइजी द्वारा 2500, आइजी गढ़वाल परिक्षेत्र द्वारा 5000 रुपये जबकि डीजी द्वारा 10 हजार रुपये के इनाम की घोषणा की गई है।