पुलवामा में शहीद हुआ उत्तराखंड का जांबाज़
गढ़ निनाद समाचार, 21 जनवरी 2020
चम्पावत: जम्मू कश्मीर के पुलवामा में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में चंपावत के जांबाज जवान राहुल रेसवाल और पुलिस के एक एसपीओ शहीद हो गए हैं। राहुल रेसवाल की शहादत की खबर से पूरे उत्तराखंड में शोक की लहर दौड़ गयी है और परिवार में मातम छा गया है। पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है। पड़ोसी शहीद के परिजनों को ढाढस बंधा रहे हैं। शहीद का पार्थिव देह बृहस्पतिवार तक घर पहुंचने की संभावना है।
मुठभेड़ में दो आतंकियों के भी मारे जाने की सूचना है, लेकिन अब तक उनके शव बरामद नहीं किए जा सके हैं।
दरअसल सुरक्षाबलों को पुलवामा जिले के ख्रीव के जंतरंग इलाके में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के दो से तीन आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली थी। इस आधार पर सेना की 50 राष्ट्रीय राइफल्स (आरआर), सीआरपीएफ और एसओजी के जवानों ने सुबह करीब 11 बजे इलाके की घेराबंदी कर तलाशी अभियान चलाया। घेरा सख्त होने पर वहां एक मकान में छिपे आतंकियों ने जवानों पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं, तो सुरक्षा बलों ने भी जवाबी फायरिंग की।
आतंकियों के हमले में 18 कुमाऊं (अभी 50 आरआर) के जवान राहुल रेसवाल की शहादत हो गई। उनके अलावा जम्मू-कश्मीर पुलिस के एसपीओ राजोरी निवासी शाहबाज अहमद भी शहीद हो गए। राहुल 2012 में फौज में भर्ती हुआ था। जबकि शहीद का बड़ा भाई राजेश रेसवाल भी 2009 से फौज में है, और इस वक्त 15 कुमाऊं में लखनऊ में तैनात है।